बिहार: पूर्णिया में बाढ़ में बही तीन मुख्य सड़कें, कई गांव के लोगों का टूटा संपर्क

Bihar News: बिहार में मानसून ने दस्तक दी. इसके बाद कई इलाकों में बारिश का अलर्ट है. इधर, पूर्णिया में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है. प्रखंड क्षेत्र के तीन प्रमुख सड़कें पानी में बह चुकी है. हजारों लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

By Sakshi Shiva | July 16, 2023 6:01 PM
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Bihar News: बिहार में मानसून ने दस्तक दी है. इसके बाद कई इलाकों में बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले 24 घंटों में दक्षिण-पूर्व एवं उत्तर-दक्षिण के कुछ एक भागों में हल्की बारिश हो सकती है. साथ ही कुछ एक जिलों में तेज बारिश व मेघगर्जन होने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अभी राज्य के अधिकांश जिलों में हल्की बारिश होने की आशंका है. वहीं, मौसम के मिजाज में खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. वहीं, पूर्णिया में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है. जिले में स्थित बैसा प्रखंड के कनकई नदी उफान पर है. इस कारण प्रखंड क्षेत्र की तीन प्रमुख सड़कें पानी में बह गई है. इस कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है. लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है. नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. नदी में बाढ़ आ चुका है. इस कारण यहां पानी खेतों की ओर बढ़ रहा है.

बाढ़ के बाद दहशत में लोग

गांव में बाढ़ आ जाने से लोग दहशत में है कि अगर कोई बीमार पड़ता है, तो वह अस्पताल कैसे पहुंचेंगे. पूर्णिया के अमौर और बैसा प्रखंड में कनकई, महानंदा, परमाण, दास, और परमाण नदी में उफान आ गया है. इस कारण कई इलाकों में बाढ़ आ चुका है. तीन सड़कें बाढ़ के पानी में कट गई है. इन सड़के के कारण हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड मुख्यालय से लोगों का संपर्क टूट चुका है. साथ ही आवागमण ठप हो चुका है. साल 2021 में भी आए बाढ़ के कारण यहां लोगों का संपर्क सड़क बहने के कारण टूट गया था.

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प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे लोग

वहीं, फिर इस बार सड़क कट गई है. इस कारण आवागमन बाधित है. बाढ़ आने के बाद सड़कों पर पानी की तेज धारा बह रही है. हर तरफ पानी ही पानी है. इस कारण लोगों का आना जाना मुश्किल हो रहा है. लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है. साथ ही कई लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण लिया है. कई गांवों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में पहुंच चुका है. मवेशियों के लिए भी परेशानी बढ़ चुकी है. कई इलाकों में कटाव की समस्या सामने आ रही है. प्रशासन की ओर से बाढ़ निरोधी कार्य जारी है.


अररिया में दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ की स्थिति

मालूम हो कि नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हुई वर्षा के कारण सीमावर्ती नदियां उफान पर है. पहले परमान नदी खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही थी. लेकिन, अब नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी. वहीं बाद में नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी आयी है. जबकि, बाढ़ की स्थिति जस की तस बनी हुई है. वहीं, पिपरा में टूटे तटबंध के कारण आसपास के गावों में पानी फैल गया है. इससे बाढ़ की स्थिति बन गयी है. परमान नदी के पानी के फैलने से एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.

धान की रोपाई पड़ी ठप

खेत खलिहान में पानी भर जाने से जहां धान की रोपाई ठप पड़ गई है. वहीं, किसानों के रोपाई की गई धान व बिचड़े डूबने गये हैं. इससे धान का बिचड़ा एवं रोपाई की गयी धान की फसल, पटुआ, मूंग आदि के डूबने से व्यापक नुकसान हुआ है. किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. धान का बिचड़ा डूबने से किसानों को अगली फसल की चिंता सताने लगी है. वहीं परती पड़ी जगहों पर पानी के जमावड़े से पशुओं के लिए चारा की किल्लत हो गयी है. पशु पालक किसान इसको लेकर चिंतित है. परमान के अलावा गगराहा, भलुआ समेत अन्य छोटी बड़ी नदियों की भी यही स्थिति है.

नावों का सहारा ले रहे लोग

परमान सहित अन्य नदियों में उफान के कारण नदी में आवाजाही के लिए नावों का सहारा लेना पड़ रहा है. परमान नदी के जलधाराओं में पानी का बहाव जारी है. जिस कारण कई गावों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. प्रखंड के पीपरा, खमकोल, ओसरी, रामगंज, कमता, बलियाडीह, बाघमारा, कुशमाहा, अम्हारा, मधूबनी, खैरखां, घोड़ाघाट, रमई, बलुआ, खवासपुर, देपुरा, केवलासी, गुरम्ही, कौआचाड़, मधुरा, बोचाभाग, भालुआ सहित अन्य गावों में बाढ़ का पानी फैल गया है. कई ग्रामीण व मुख्य सड़कों पर पानी आने से आवाजाही में समस्या खड़ी है. वहीं फारबिसगंज खवासपुर – मुड़बल्ला पथ में बलुआ- खवासपुर के बीच सड़क पर घुटना भर पानी बह रहा है. इससे लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने में समस्या बन गयी है. यातायात प्रभावित है. दूसरी ओर खैरखां में नवटोलिया जाने वाली सड़क टूट गयी है. खवासपुर पश्चिम टोला जाने वाली सड़क पानी के दवाब में टूट चुकी है.

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