भागलपुर: कटरिया से कहलगांव (विक्रमशिला) के बीच गंगा नदी पर देश का सबसे लंबा रेल सह सड़क पुल बनेगा. एप्रोच सहित इसकी लंबाई करीब 24 किमी होगी. इसका सर्वे पूरा हो गया है और पुल की डिजाइन सहित एस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है. करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत वाले पुल के निर्माण की एजेंसी का चयन करने के लिए इस साल दिसंबर में टेंडर निकाला जायेगा. एजेंसी चयन होने के बाद अगले साल से पुल का निर्माण शुरू हो जायेगा. इस संबंध में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे के प्रस्ताव को पथ निर्माण विभाग ने रेलवे बोर्ड को निर्णय के लिए भेज दिया था. रेलवे बोर्ड ने इस पुल को बनाने का निर्णय लिया है.
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सूत्रों के अनुसार इस पुल का एक छोर कहलगांव (विक्रमशिला) और दूसरा नवगछिया-कटिहार रेललाइन के कटरिया स्टेशन के पास मिलेगा. निर्माण को लेकर जून, 2019 में ही पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने रेलवे बोर्ड के मेंबर्स इंजीनियर को पत्र भेजा था. रेल मंत्रालय इस पुल को पीपीपी मोड में बनायेगा. गंगा पुल पर दोनों तरफ से बनने वाले इस पुल की मंजूरी 2016-17 के रेल बजट में मिली थी, लेकिन उसके बाद से परियोजना लंबित थी.
इस पुल के बन जाने से कोसी और सीमांचल के क्षेत्र से भागलपुर का सीधा रेल संपर्क जुड़ जायेगा. अभी भागलपुर से नवगछिया जाने के लिए केवल सड़क मार्ग ही उपलब्ध है. पांच रेल लाइनों को यह पुल जोड़ेगा. उत्तर में कटरिया और नवगछिया सहित दक्षिण में विक्रमशिला और शिवनारायणपुर स्टेशन की तरफ लाइन जुड़ेगी. पुल बनने से इस क्षेत्र का सीधा जुड़ाव निर्माणाधीन पीरपैंती-जसीडीह रेलखंड के जरिये आसनसोल-किऊल रेलखंड से भी हो जायेगा. नवगछिया-कटिहार रेड लाइन, भागलपुर से हावड़ा, हंसडीहा की तरफ भागलपुर-दुमका रेललाइन, मोहनपुर के पास देवघर-दुमका लाइन में मिलेगी.
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि इस तरह के पुल की मांग कटरिया और कहलगांव सहित भागलपुर के लोग कर रहे थे. इस संबंध में गोड्डा के सांसद का एक पत्र विभाग को प्राप्त हुआ था. इस पत्र को विभाग ने विचार के लिए रेलवे बोर्ड को भेज दिया था.