यहां स्थित महाबोधि मंदिर मुख्य आकर्षण का केंद्र है. यह दुनिया के प्राचीन मंदिरों में से एक है.
मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु के पदचिह्न होने के कारण इस मंदिर को विष्णुपद मंदिर कहते है. रामायण में भी इस मंदिर का वर्णन है.
रॉयल भूटान मठ बौद्ध धर्म सीखने और अभ्यास करने का मठ है. कहते है कि भूटान के राजा ने इसका निर्माण करवाया था.
डुंगेश्वरी गुफा मंदिरों तक पहुंचने के लिए गया से लगभग 12 किमी उत्तर पूर्व दिशा में जाना होगा. ऐसा माना जाता है कि यहां भगवान बुद्ध ने ध्यान किया था.
बोधि मृक्ष महाबोधि मंदिर परिसर में स्थित है. इसके अलावा इसी पेड़ के नीचे ईसा पूर्व 531 में भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.