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बिहार: परिवहन विभाग ने सभी जिलों के लिए भेजे एक करोड़ से अधिक रूपए, जानिए कैसे गाड़ी चालकों को होगा फायदा

Bihar News: बिहार में परिवहन विभाग ने सभी जिलों के लिए एक करोड़ से अधिक रूपए भेजे है. इससे गाड़ी चालकों को काफी फायदा पहुंचने वाला है. साथ ही कट को दोबारा से बंद करने का आदेश है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 26, 2023 11:07 AM

Bihar News: बिहार में परिवहन विभाग ने सभी जिलों के लिए एक करोड़ से अधिक रूपए आवंटित किए है. इससे गाड़ी चालकों को काफी फायदा पहुंचेगा. साथ ही कट को दोबारा से बंद करने का भी आदेश है. राज्यभर में 121 जगहों पर डिवाइडर दुरुस्त होने वाले है. साथ ही नये डिवाइडर को चिह्नित करने का भी आदेश है. सड़क सुरक्षा के तहत यह फैसला लिया गया है. इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. परिवहन विभाग ने सभी जिलों के लिए एक करोड़ 30 हजार रुपया आवंटित किया है. यह राशि सड़क सुरक्षा अभियान के तहत खर्च की जायेगी.


121 डिवाइडरों का किया गया चयन

वहीं, विभाग ने अब तक 121 डिवाइडरों का चयन किया है, जिन्हें दुरुस्त करना है. साथ ही नये डिवाइडर को चिह्नित करने के लिए जिलों को निर्देश भेजा गया है, ताकि सड़क दुर्घटनाएं कम हो सकें. विभाग के मुताबिक सड़क दुर्घटना नहीं हो और गाड़ी एक लेन में चले, इसे लेकर डिवाइडर का निर्माण होता है, लेकिन कभी- कभी डिवाइडर पर ध्यान नहीं देने से उसका ठीक से रखरखाव नहीं होता है. उसकी पेंटिंग, मार्किंग नहीं हो पाती. उस पर साइनेज नहीं लग पाता है. इस कारण से भी सड़क दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.

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चालकों को गाड़ी चलाने में होगी आसानी

विभाग ने जिलों को निर्देश भेजा है कि जहां से डिवाइडर शुरू होता है. उससे पहले साइनेज लगायें. इसमें डिवाइडर के संबंध में संकेत दिया जाये. इससे तेज रफ्तार से चल रही गाड़ी चालकों को मालूम रहे सके कि आगे सड़क दो या तीन लेन में बंट जायेगी. वहीं, डिवाइडर पर रिफलेक्टर लगाया जाये, ताकि रात में गाड़ी चालकों को परेशानी नहीं हो और गाड़ी डिवाइडर से नहीं टकराये. विभाग के इस फैसले से चालकों को फायदा होने वाला है. क्योंकि उन्हें गाड़ी चलाने में आसानी होगी. विभाग ने जिलों को एक बार फिर निर्देश दिया है कि एनएच, एसएच और ग्रामीण सड़कों से जुड़ने वाली सड़क के अलावा अगर कहीं भी जबरन कट बनाया गया हो, जो हाइवे से सीधे जुड़ता है, उस कट की जांच करके बंद करके रिपोर्ट विभाग को भेजें. साथ ही, उस कट के पास जरूरत के मुताबिक ग्रिल लगाया जाये, ताकि दोबारा से अस्थायी रास्ता नहीं बने.

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