Bihar News: गया में किक्रेट मैच के दौरान भिड़े दो पक्ष, तमाशबीन बन रहे लोग, पुलिस आयी तो बची युवक की जान

इस दौरान एक युवक की बेरहमी से पिटाई की गयी. एक पक्ष के लोग युवक को पीटते रहे, पर आसपास खड़े लोगों ने बचाने की हिम्मत नहीं दिखायी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2022 2:35 PM

पटना. गया के फतेहपुर प्रखंड के राम सहाय हाई स्कूल ग्राउंड में क्रिकेट मैच के दौरान मैदान रणक्षेत्र बन गया. दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस दौरान एक युवक की बेरहमी से पिटाई की गयी. एक पक्ष के लोग युवक को पीटते रहे, पर आसपास खड़े लोगों ने बचाने की हिम्मत नहीं दिखायी.

पुलिस के आने से बची जान

शुक्र रहा कि किसी ने पुलिस को खबर कर दी और पुलिस सही समय पर पहुंच गयी. पुलिस के आने से युवक की जान बच गयी. पुलिस के आते ही पीटनेवाला पक्ष मैदान से भाग गया. उसके बाद आनन-फानन में बेसुध युवक जिसका नाम रवि कुमार बताया जा रहा है, उसको मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से केस दर्ज कराया गया है.

150 लोगों पर हुई प्राथमिकी

घायल रवि ने रसगुल्ला सिंह और उनके 150 समर्थकों पर मुकदमा दर्ज कराया है. थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने बताया कि मामले की जांच चल रही है. घटना 31 जनवरी की है, 2 फरवरी को इस घटना का विडियो वायरल हुआ है. पुलिस ने माना कि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. रवि और आरोपी लोगों के बीच पहले से आपसी रंजिश है. दोनों पक्षों के बीच पहले भी केस दर्ज कराया गया है.

चल रहा था फाइनल मैच

जानकारी के अनुसार स्कूल के खेल मैदान में शीतलपुर बनाम फतेहपुर का फाइनल मुकाबला चल रहा था. शीतलपुर टीम की टी-शर्ट पर रवि इंटरप्राइजेज लिखा हुआ था. पहले खेल के दौरान प्रत्येक ओवर में प्लेयर बदले जाने को लेकर विवाद हुआ. बाद में देखते-देखते दोनों पक्ष के लोग भिड़ गए. मारपीट शुरू हो गयी. इसमें रवि और उसके समर्थकों की बुरी तरह से धुनाई कर दी गयी.

घायल युवक पर दर्ज हैं कई केस

इधर, आरोपी उदय सिंह उर्फ रसगुल्ला सिंह का कहना है कि विवाद रवि ने ही शुरू किया था. उसने रिवाल्वर तान दी थी. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई. मॉब लिचिंग की बात नहीं है. रवि पर पहले से कई मुकदमें दर्ज हैं.

सुनियोजित था हमला

वहीं, रवि का कहना है कि दबंगों ने सुनियोजित तरीके से फुल प्रूफ प्लान बनाकर घटना को अंजाम दिया है. वह हमें आगे बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते हैं. वह बार-बार झूठे मुकदमे में फंसाते हैं. मुकदमा दर्ज करने से बात नहीं बनी तो अब मारपीट की जा रही है.

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