Bihar News, Tejashwi Yadav, Upendra Kushwaha, Bihar Vidhan Sabha: बिहार विधानसभा में मंगलवार शाम विपक्ष के नेताओं के साथ घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ऐसे-ऐसे शब्दवाण चलाए कि भाषाई मर्यादा की सारी हदें टूट गयी. तेजस्वी की इस बयान बाजी पर हाल ही में जदयू में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा भड़क गए. बुधवार शाम उन्होंने तेजस्वी यादव के चेतावनी भरे लहजे में सलाह दी. साथ ही उनके पिता लालू प्रसाद यादव के साथ रिश्ते की भी दुहाई दी.
दरअसल, मंगलवार शाम विधानसभा में मर्यादा टूटी और अब भाषा में तेजस्वी यादव ने मर्यादा तोड़ दी. बुधवार को पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस फिर ट्विटर के जरिए ना सिर्फ आरोप लगाए बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ कई आपत्तिजनक बातें भी लिखीं. इतना ही नहीं अब तक राजनीतिक मंचों से नीतीश कुमार को ‘चचा’ और ‘कुर्सी कुमार’ कहनेवाले तेजस्वी यादव ने को नया नाम भी दे दिया.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ‘सी-ग्रेड’ के नेता हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में जो कुछ हुआ, वो सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार के निर्देश पर हुआ. इन्हीं सब बयानवाजी पर पहले जीतनराम मांझी ने स्टैंड लिया तो बाद में उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट कर तेजस्वी यादव को घेरा.
उन्होंने लिखा- कल बिहार विधान सभा में पक्ष-विपक्ष के एक्शन पर क्रिया/प्रतिक्रिया का दौर जारी है और ऐसा स्वाभाविक भी है, लेकिन इससे दीगर नेता प्रतिपक्ष अपने पिता की उम्र के समतुल्य, मुख्यमंत्री श्री नीतीश जी के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, उसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता है.
कल बिहार विधान सभा में पक्ष-विपक्ष के एक्शन पर क्रिया/प्रतिक्रिया का दौर जारी है और ऐसा स्वाभाविक भी है, लेकिन इससे दीगर नेता प्रतिपक्ष अपने पिता की उम्र के समतुल्य, मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, उसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता है !
1/2— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLJD) March 24, 2021
अपने दूसरे ट्वीट में लिखा- सुन लो तेजस्वी, हमने लगभग आजीवन लालू जी के विरोध में राजनीति की है लेकिन हमेशा ही उनको ‘ललूआ’ कहने वाले को मुँहतोड़ जबाव दिया है। तुमको भी मेरी सलाह है- अपनी कब्र मत खोदो- जबान पर लगाम रखो, वरना नौंवी फेल कहने वालों को और मौका ही देते जाओगे..!
सुन लो तेजस्वी, हमने लगभग आजीवन लालू जी के विरोध में राजनीति की है लेकिन हमेशा ही उनको 'ललूआ' कहने वाले को मुँहतोड़ जबाव दिया है। तुमको भी मेरी सलाह है- अपनी कब्र मत खोदो- जबान पर लगाम रखो, वरना नौंवी फेल कहने वालों को और मौका ही देते जाओगे..!
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— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLJD) March 24, 2021
उपेंद्र कुशवाहा से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने राजद और तेजस्वी यादव पर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट किया- कुछ आतंक परस्त लोग नहीं चाहते कि बिहार सुरक्षित रहे इसलिए सशस्त्र पुलिस विधेयक के विरोध की आड़ में सदन के अंदर स्पीकर को बंधक बना लिया गया,प्रदर्शन के नाम पर जनता को परेशान किया गया. कल की घटना एक सोची समझी साज़िश का परिणाम है जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
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Posted By: utpal Kant