शेखपुरा. प्रवासी बिहारियों की हत्या देश में जब होती है तो पलायन का दर्द उभर आता है, लेकिन बुधवार को एक ऐसे मजदूर की बिहार में हत्या कर दी गयी जिसने बिहार से पलायान करने से इनकार कर दिया.
मामला शेखपुरा का है.जानकारी के अनुसार शेखपुरा में मजदूरी के लिए हरियाणा जाने से मना करने पर ठेकेदार ने एक मजदूर और उसके दो पुत्रों को गोली मार दी. इस घटना में मजदूर की मौके पर ही मौत हो गयी.
मजदूर को जबरन काम पर ले जाने को लेकर ठेकेदार और मजदूर में विवाद हुआ था. इसी दौरान ठेकेदार ने मजदूर पर गोली चला दी, जिससे प्रभु यादव नाम के मजदूर की मौत हो गयी, जबकि उसके दो पुत्रों को भी गोली लगी है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामसे की जांच में जुटी.
घटना शेखपुरा सदर ब्लाक के पथराफर गांव की है. पुलिस के अनुसार ठेकेदार तीन मजदूरों को रोजगार के लिए हरियाणा के पलवल रेलवे रैक पॉइन्ट निर्माण कार्य के लिए एक वर्ष पूर्व भी ले गया था, लेकिन मजदूरी नहीं मिलने के कारण ठेकेदार और मजदूरों के बीच हरियाणा में ही विवाद हुआ था. इसके बाद मजदूर दुर्गा पूजा में घर वापस लौट गया.
पीड़ित परिजनों ने कहा कि हरियाणा ले जाने के लिए फिर दबाव बनाया जाने लगा. जब मृतक ने पहले की मजदूरी मांगी, तो विवाद बढ़ गया और इसके बाद ठेकेदार द्वारा गोली मार दी गयी. इसमें प्रभु यादव की मौत हो गई. मृतक के दो पुत्रों को भी गोली लगी जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है.
मृतक के पुत्र के लिखित शिकायत पर ठेकेदार सुबोध यादव सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. शेखपुरा जिले में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है जो मानव तस्कर के रूप में जाना जाता है.
इस तरह के ठेकेदार मजदूरों को पैसा देकर खरीद लेता है उसके बाद अन्य राज्यों में ईंट भट्ठा समेत अन्य कार्यो के लिए एजेंसी के पास ऊंची दर पर बेच देते हैं. शेखपुरा जिले से मजदूर काफी संख्या में अन्य राज्यों में जाते हैं, लेकिन इसका कोई लेखा जोखा श्रम विभाग के पास नहीं है.
Posted by Ashish Jha