शराबियों के खिलाफ छापेमारी के दौरान विवाद में महिला की गयी जान, बवाल देख वाहन छोड़ भाग खड़ी हुई पुलिस
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के भोपतपुर ओपी के नयका टोला गांव में शराब की खोज में छापेमारी करने गयी पुलिस के साथ विवाद में एक महिला की मौत हो गयी. उसकी पहचान सुशीला देवी उर्फ सरस्वती देवी (63) के रूप में की गयी. विवाद में कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आयी हैं. छापेमारी में कोटवा व भोपतपुर पुलिस साथ थी.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के भोपतपुर ओपी के नयका टोला गांव में शराब की खोज में छापेमारी करने गयी पुलिस के साथ विवाद में एक महिला की मौत हो गयी. उसकी पहचान सुशीला देवी उर्फ सरस्वती देवी (63) के रूप में की गयी. विवाद में कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आयी हैं. छापेमारी में कोटवा व भोपतपुर पुलिस साथ थी.
ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष की पिटाई से महिला की मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस वाहन को घेर लिया. ग्रामीणों के आक्रोश को देख पुलिस अपनी गाड़ी घटनास्थल पर ही छोड़ फरार हो गयी. कुछ देर तक बझिया बाजार से घटनास्थल तक हंगामे के कारण जाम की स्थिति दिखी. सूचना पर एसडीओ प्रियरंजन राजू, डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता के अलावा पीपराकोठी, केसरिया पुलिस, एएसपी ओमप्रकाश सहित कई थानों की पुलिस पहुंची.
लोगों को समझा कर हंगामा शांत कराया गया. परिजनों ने कोटवा थानाध्यक्ष नितिन कुमार पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए घटनास्थल पर मौजूद डीएसपी को आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया है कि थानाध्यक्ष की पिटाई से महिला की मौत हो गयी.
इधर, शव को सड़क पर रख कर थानाध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कई घंटे तक ग्रामीण अड़े रहे. सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम में चिकित्सकों की टीम के अलावा दंडाधिकारी के रूप में सीओ इंद्रासन साह को तैनात किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा.
एसपी, पूर्वी चंपारण नवीनचंद्र झा ने कहा कि पुलिस के साथ भी ग्रामीणों ने दुर्व्यवहार किया है. वीडियो फुटेज से असामाजिक तत्वों की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. मामले की जांच का जिम्मा सदर एसडीपीओ को दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी.
Posted By: Utpal Kant