नवादा में मोबाइल चलाने से मना करने पर किशोर ने उठाया घातक कदम, हालत गंभीर होने पर कहा- ‘जान बचा लो पापा’

Bihar news: नवादा में एक किशोर को उसके पिता ने मोबाइल चलाते देख कड़ी डांट लगा दी. इसके बाद किशोर ने डेटॉल की पूरी बोतल गटक लिया. फिलहाल किशोर की स्थित नाजुक बनी हुयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2022 4:55 PM

Bihar news: मोबाइल दिनोदिन जरुरत बनती जा रही है. बिना मोबाइल फोन के इन दिनों को लाइफ का आसानी से चलना नामुमकिन सा लगने लगा है. लेकिन अगर आपके घर के बच्चों को हमेशा मोबाइल पर देखने लगे तो अब सावधान होने का समय आ गया है. दरअसल, बिहार के नावादा जिले में एक किशोर को मोबाइल चलाने के लिए डांट लगाई. इसके बाद किशोर ने गुस्से में आकर डेटॉल से भरी पूरी बोतल गटक ली. जिसके बाद किशोर की हालत बिगड़ने लगी. आनन-फानन में बच्चे के माता-पिता ने किशोर को इलाज के लिए अस्पताल ले गए. जहां किशोर की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है.

पावापुरी विम्स रेफर किया गया

घटना नवादा के नगर थाना क्षेत्र के मोगलाखार मोहल्ले की है. जानकारी के मुताबिक मो. अली रजा नामक किशोर को उसके पिता ने मोबाइल चलाने से मान किया. जिसके बाद गुस्से में आकर अली रजा ने पहले खुद को कमरे में बंद कर लिया. उसके बाद कमरे में रखी डेटॉल से भरी एक बोतल को पी लिया. डेटॉल पीने के बाद किशोर की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद अली रजा के परिजन उसका इलाज कराने के लिए आनन-फानन में सदर अस्पताल ले गये. जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद किशोर को पावापुरी विम्स रेफर कर दिया है. फिलहाल किशोर की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है.

डांट लगाने के बाद पी लिया डेटॉल

घटना के बारे में किशोर के पिता मो. बबलू ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को मोबाइल पर किसी से घंटो देर तक बात करते हुए देखा. इसके बाद जब उसने अपने बेटे से मोबाइल मांगा और डांट लगायी तो गुस्से में आकर उसने डेटॉल की पूरी बोतल पी ली. फिलहाल किशोर की हालत गंभीर बतायी जा रही है.

बच्चों को मोबाइल के लत से बचाए

गौरतलब है कि सुबह से शाम तक मोबाइल में जुड़े रहने की वजह से तमाम बीमारियां सामने आ रही है. एक ताजा रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि लगभग 50 प्रतिशत बच्चे मोबाइल फोन अडिक्टशन से ग्रसित हैं. समय रहते इसका उपाय नहीं किया गया तो हो सकते हैं घातक परिणाम सामने आ सकता है. डाक्टरों का कहना है कि ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले बच्चे परिवारों और रिश्तेदारों से अलग-थलग रहने लगते हैं. मोबाइल फोन बच्चों को चिढ़चिढ़ा बना रही है. पढ़ने लिखने में मन नही लगता और बच्चे अनिद्रा के शिकार होने भी लगे हैं. इसलिए समय रहते बच्चों को मोबाइल के लत से बचाने की जरूरत है.

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