Bihar Nikay Election: बिहार में निकाय चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बहसबाजी जारी है. बीजेपी का पूरा कुनबा एकजुट होकर महागठबंधन की सरकार पर हमला बोल रही है. नीतीश सरकार पर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर चुनाव कराने का आरोप लगा रही है.
दरअसल, गुरुवार को बीजेपी के वरीय नेता सुशील मोदी कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रचार करने के लिए विधानसभा के विभिन्न इलाके में जनसंपर्क किया, इस दौरान वे प्रत्याशियों से अभी चुनाव में पैसे खर्च नहीं करने की अपील भी करते नजर आए. उन्होंने प्रत्याशियों से अपील करते हुए कहा कि अभी पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है. सात-आठ दिन तक पैसे खर्च नहीं करें. क्योंकि अगर चुनाव टल गया तो, फिर कोई पैसे वापस करने के लिए नहीं आएगा.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जिद के वजह से चुनाव टलने की पूरी संभावना है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की आदेश का उल्लंघन कर जल्दबाजी में निकाय चुनाव कराने की घोषणा के कारण फिर निकाय चुनाव स्थगित हो सकता है. सुशील मोदी ने इस स्थिति से निपटने के लिए प्रत्याशियों से सावधान रहने और पैसे को अभी खर्च नहीं करने की अपील भी की.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान, जल्दबाजी में किया गया एक निर्णय है. सरकार अतिपिछड़ा समाज को मेयर उपमेयर बनने से वंचित कर रही है. सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों तकी अवहेलना की जा रही है. उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अतिपिछड़ा आयोग की रिपोर्ट को बिना सार्वजनिक किए निकाय चुनाव की घोषणा कर नीतीश सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नजरअंदाज कर रही है.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की जिद की वजह से निकाय चुनाव फिर से टल सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस चुनाव पर कभी भी रोक लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर अपनी ज़िद के कारण अति पिछड़ों को अपमानित करने का आरोप भी लगाया.
बता दें कि बिहार में निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव के पूरे शेड्यूल को जारी कर दिया है. पहले चरण के लिए 18 दिसंबर जबकि दूसरे चरण के लिए 28 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. जबकि मतों की गिनती 20 और 30 दिसबंर को होगी.