बिहार: अब मिड डे मील में नहीं होगी लापरवाही, डीएम और डीइओ की टीम रखेगी नजर, जानें क्या है शिक्षा विभाग का आदेश
बिहार के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन में छिपकली और सांप मिलने की घटनाओं के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. बच्चों के खाने में गड़बड़ी ने हो अब इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. इसके लिए टीम बनायी गयी है.
बिहार के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन में छिपकली और सांप मिलने की घटनाओं के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. हाल के दिनों में ऐसा दूषित खाना खाने से कई बच्चों की जान पर बन आयी. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं पीएम पोषण योजना के जिला पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि ऐसे मामलों में गंभीरता बरतें. जांच के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर मध्याह्न भोजन की जांच कराएं. बता दें कि देशभर में बच्चों को कुपोषण से बचाने और शिक्षा के प्रति जागरुक करने के लिए ये योजना शुरू की गयी है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि माध्याह्न भोजन योजना के संचालन में किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो जांच के बाद दोषियों को चिन्हित कर नियमानुसार दंडात्मक कार्यवाही की जाये. बता दें कि एमडीएम के खाने में गड़बड़ी को लेकर बच्चों के अभिभावक भी शिकायत कर रहे हैं. ऐसे में अपर मुख्य सचिव ने आधिकारिक पत्र में बताया कि मध्याह्न भोजन चख के वितरण करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही रसोई की साफ सफाई का ख्याल रखने के निर्देश भी दिये हैं. इसके बाद भी जिला एवं प्रखंड स्तर से मध्याह्न भोजन योजना के संचालन में लापरवाही बरती जा रही है.
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ ही दिनों में मध्याह्न भोजन में कही छिपकली तो कहीं सांप आदि पाये जाने की घटनाएं हुई हैं. जिसमें कुछ स्कूली बच्चों के बीमार होने की बात भी सामने आयी थी. जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह दिशा निर्देश दिये हैं. इसस पहले सारण जिले के मशरक गंडामन स्कूल में विषाक्त मिड डे मील खाने से करीब 23 बच्चों की मौत हो गयी थी. घटना के बाद, सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से हिल गया था.