पटना. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कर्मियों की बहाली और उनके प्रशिक्षण के लिए संसाधन को बढ़ा रहा है. सालों से बंद पड़ा राज्य का इकलौता राजस्व सर्वे प्रशिक्षण संस्थान (आरएसटीआइ) बोधगया फिर से गुलजार होने जा रहा है. यहां अधिकारियों- कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की तैयारी कर ली गयी है.
चार मंजिले छात्रावास और आवास का निर्माण पूरा कर लिया गया है. मुख्यमंत्री अथवा विभागीय मंत्री जल्द इसका उद्घाटन करेंगे. बिहार में राजस्व कर्मियों को प्रशिक्षित करने का एकमात्र संस्थान आरएसटीआइ बोधगया था.
मगध विश्वविद्यालय के मुख्य गेट के सामने गया-डोभी मार्ग पर मुख्य सड़क के किनारे स्थित ये संस्थान बंद चल रहा था. प्रशिक्षण का कार्य पटना के शास्त्रीनगर स्थित राजस्व प्रशिक्षण संस्थान में होने से भी इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं गया था.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में विशेष सर्वे के लिए कर्मचारियों की जरूरत और उनके प्रशिक्षण को लेकर योजना बनी, तो अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने विभाग के प्रत्येक संसाधन का अधिकतम उपयोग करने का आदेश दिया.
वर्ष 2019-20 में आरएसटीआइ को फिर से क्रियाशील करने की योजना बनायी गयी़ पूर्व से निर्मित दो मंजिले भवन के अतिरिक्त एक चार मंजिले छात्रावास , प्राचार्य और अनुदेशक के लिए आवास निर्माण के साथ पूर्व से निर्मित भवनों का जीर्णोद्धार किया गया है.
राजस्व सर्वे प्रशिक्षण संस्थान के पुराने मुख्य भवन में चार हॉल, रसोईघर एवं आवासन के लिए 19 कमरे उपलब्ध हैं. कैंटीन रखरखाव एजेंसी का कार्यालय तथा प्रशिक्षणार्थियों के लिए छात्रावास की सुविधा है़
पूर्व से होटल प्रबंधन संस्थान से प्राप्त भवन में प्राचार्य एवं अनुदेशक कक्ष के साथ- साथ कार्यालय आदि के लिए छह कमरे तथा प्रशिक्षण देने के लिए दो बड़े व्याख्यान कक्ष, प्राचार्य एवं अनुदेशक कक्ष, कार्यालय, कंप्यूटर एक तथा अन्य प्रयोग के साथ- साथ दो मुख्य प्रशिक्षण कक्ष हैं. नवनिर्मित चार मंजिले छात्रावास भवन में 42 कमरे हैं.
Posted by Ashish Jha