बिहार सरकार द्वारा पंचायत चुनाव की तिथियों की घोषणा में विलंब होने से पंचायत चुनाव के विभिन्न पदों पर अपनी किस्मत आजमाने की फिराक में बैठे प्रत्याशियों में बेचैनी बढ़ी शुरू हो गयी है. वाल्मीकिनगर क्षेत्र सहित पूरे देश में फैले कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दूसरे चरण में बढ़ रहे तेजी से संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत सभी प्रकार की सामाजिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है. लौकडाउन को पुनः विस्तारित करते हुए 1 जून तक इसकी तिथि तय कर दी गयी है.
जिसमें सामाजिक दूरी बनाए रखना नितांत आवश्यक है. संक्रमण से पहले क्षेत्र में पंचायत चुनाव के विभिन्न पदों पर अपनी किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों द्वारा पंचायत क्षेत्र में लगातार विभिन्न क्रियाक्लापों में दिन रात एक करते हुए जन संपर्क को तेज कर दिया गया था. कुछ मतदाताओं के द्वारा चतुराई दिखाते हुए तमाम पदों के उम्मीदवारों से अपनी समस्याओं को दर्शाते हुए उम्मीदवारों का दोहन जारी था.
उम्मीदवार भी मई 2021 तक चूनाव पुरा होने की आस में हर तरीके का पैंतरा और चाल आजमा रहे थे. किंतु अब मई महीने के अंत तक भी चुनाव की तिथि राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण और ब्लैक फंगस महामारी को देखते हुए निर्धारित नहीं करने से वैसे उम्मीदवारों के आशा की किरण टूटती नजर आ रही है जो प्रलोभनों के बदौलत जीतने की उम्मीद लगाये बैठे हैं. वैसे तमाम उम्मीदवारों की बेचैनी चुनाव की तिथि निर्धारित नहीं होने से बढ़ने लगी है. बिहार में लॉकडाउन के कारण भावी मुखिया और सरपंच चुनाव टल सकता हैं तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
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Posted By : Avinish Kumar mishra