पटना. पंचायत चुनाव में हर पद के प्रत्याशियों के लिए सिंबल का निर्धारण किया गया है. सर्वाधिक एक लाख 14 हजार वार्ड सदस्यों के पदों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए इसके लिए सिंबलों की संख्या बढ़ायी जा सकती है.
फिलहाल वार्ड सदस्यों के प्रत्याशियों के लिए पांच ही सिंबल निर्धारित हैं. इनमें वायुयान, अलमारी, कुल्हाड़ी, गुब्बारा व केला सिंबल शामिल हैं. सरकार द्वारा वार्ड सदस्यों के पद की जिम्मेदारी बढ़ाने के बाद इस पद को लेकर प्रत्याशियों की रूचि बढ़ी है.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़नेवाले प्रत्याशियों के लिए अलग-अलग पदों के लिए सिंबल निर्धारित किये गये हैं. पांच सिंबल वार्ड सदस्य पद पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए निर्धारित किये गये हैं. पंचायत चुनाव में सर्वाधिक सिंबल मुखिया पद के प्रत्याशियों के लिए निर्धारित किया गया है.
मुखिया पद के लिए कुल 29 सिंबल निर्धारित हैं. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा हर पद के लिए अलग-अलग सिंबलों का निर्धारण किया गया है. मुखिया पद के चुनाव के लिए मोतियों की माला, ब्लैक बोर्ड, कलम और दवात, ईंट, पुल, बैगन, ब्रश, कैमरा, चिमनी, मोमबत्तियां, कार, गाजर, जग, टेलीविजन, टोकरी, बल्ला, केतली व कैरम बोर्ड जैसे कुल 29 सिंबल निर्धारित हैं.
ग्राम कचहरी के सरपंच पद के प्रत्याशियों के लिए 19 सिंबलों का निर्धारण किया गया है. इनमें मोटरसाइकिल, नल, जीप, टमटम, छाता, टेलीफोन, ट्रक, पानी का जहाज, चरखा व तलवार जैसे सिंबल निर्धारित हैं. ग्राम कचहरी के पंचों के लिए गुड़िया, चापाकल, कुर्सी, टार्च व ट्रैक्टर के सिर्फ पांच सिंबल ही निर्धारित हैं.
पंचायत समिति के सदस्यों के लिए कुल 10 सिंबल निर्धारित हैं, जिनमें छत का पंखा, नारियल, कंघा, चारपाई, कप और प्लेट, डोली, फ्राक, फ्राइंग पैन, गैस सिलिंडर और बिजली का पंखा शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर भी मिलेगी जानकारी
राज्य निर्वाचन आयोग अब पंचायत चुनाव की प्रतिदिन की गतिविधियों की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध करायेगा. राज्य निर्वाचन आयोग फेसबुक, ट्वीटर व इंस्टाग्राम के माध्यम से प्रतिदिन की गतिविधियों की जानकारी देगा.
राज्य के मतदाता राज्य निर्वाचन आयोग के एकाउंट ऐटदीरेट एसइसीबिहार टाइप करके उस प्लेटफाॅर्म पर सर्च कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इधर आयोग ने कहा है कि पंचायत चुनाव को लेकर राज्यभर के बूथों के प्रारूप का प्रकाशन किया जा चुका है.
Posted by Ashish Jha