Bihar Panchayat Election पंचायत चुनाव के 10वे चरण की मतगणना शुक्रवार को हुई. अधिकतर पंचायतों में निवर्तमान मुखिया को हार का सामना करना पड़ा है. कई दिग्गज नेताओं के नाते-रिश्तेदार भी चुनाव हार गये है. सहरसा जिले की सलखुआ पंचायत से उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद के चचेरे भाई राकेश कुमार भगत चुनाव हार गये. उन्ंहे सिर्फ 45 मत मिले.
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के क्षेत्र संख्या 28 के जिला परिषद पद पर पूर्व वि विधायक सरोज यादव की पत्नी सुशीला देवी तीसरे नंबर पर रही. उधर, सीतामढ़ी के सोनबरसा प्रखंड की सिंहवाहिनी पंचायत की चर्चित मुखिया रितु जायसवाल के पति और पूर्व आइआरएस अधिकारी अरुण कुमार चौधरी की जीत हुई. राजद प्रवक्ता ने इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ा था.
किशनगंज के कोचाधामनप्रखंड की तीन पंचायतों-काठामाठा, मजगमा और बिलया में स्थानीय एएमआइएम विधायक हाजी इजहार की बहू, बेटी और सरहज हार गयी. विधायक की बहू काठामाठा और सरहज बलिया की मुखिया थी. वही, बेटी मजगमा से पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा और हार गयी. आलमनगर के विधायक व पूर्व मंत्री नरेद्र नारायण यादव के भतीजे बबलू यादव को भी हार का मुंह देखना पड़ा.
गोपालगंज जिले में बरौली की माधोपुर पंचायत में निवर्तमान मुखिया विजय प्रसाद को उनके बेटे संतोष कुमार गुप्ता ने शिकस्त दी. संतोष प्रसाद को 1981 वोट मिले औ विजय प्रसाद 900 वोट पाकर तीसरे स्थान पर चले गये.
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पटना के मोकामा, घोसवरी, बेलछी और अथमलगोला की पंचायतों में लोगों ने पुराने चेहरों को दरकिनार करते हुए नये प्रत्याशियों के सिर जीत का सेहरा बांधा. मोकामा की 15 पंचायतों में तीन मुखिया ही अपनी कुर्सी बचा पाये. घोसवरी की आठ पंचायतों और बेलछी की सात पंचायतों में पांच और अथमलगोला की आठ पंचायतों में छह नये मुखिया चुने गये.
Posted by: Radheshyam Kushwaha