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अप्रैल-मई में होंगे बिहार पंचायत चुनाव, स्थानीय सरकार में शामिल होने को 10 लाख प्रतिनिधि बेताब

15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के बाद ग्राम पंचायतों के अलावा पंचायत समिति सदस्यों और जिला पर्षद सदस्यों को भी वित्तीय शक्तियां मिल गयी हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 14, 2021 11:14 AM

पटना . पंचायत आम चुनाव की तैयारी आरंभ हो चुकी है. मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन 19 जनवरी को किया जाना है.

इधर त्रिस्तरीय पंचायतों के साथ ग्राम कचहरियों में शामिल होने के लिए 10 लाख प्रतिनिधियों में बेताबी है. प्रतिनिधियों के बीच गांवों में अभी से तैयारियां शुरू हो गयी हैं.

सबसे अंतिम स्तर पर हर वार्ड में चुनाव को लेकर तीन-चार लोग एक-एक पद के दावेदार बताये जा रहे हैं.

त्रिस्तरीय पंचायत और ग्राम कचहरी के कुल पदों की संख्या राज्यभर में कुल दो लाख 58 हजार 124 है.

इनमें वार्ड सदस्यों के एक लाख 14 हजार 733 पद, ग्राम कचहरी पंच के एक लाख 14 हजार 733 पद, पंचायत समिति के 11497 पद, ग्राम पंचायत के मुखिया के 8386 पद, ग्राम कचहरी सरपंच के 8386 पद और जिला पर्षद सदस्यों के 1161 पद शामिल हैं.

मकर संक्रांति के बाद इन पदों को लेकर गहमागहमी आरंभ हो जायेगी. फिलहाल गांवों में एक-एक पदों के लिए कई दावेदार तैयारियों में जुटे हैं.

राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के हर पद की जिम्मेदारी और भागीदारी बढ़ाने के बाद वार्ड सदस्य और पंच के पदों पर भी दावेदारों की संख्या बढ़ गयी है.

पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों का क्रियान्वयन वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के माध्यम से किया जा रहा है.

इस समिति के अध्यक्ष वार्ड से निर्वाचित सदस्य होते हैं, जबकि उपाध्यक्ष उस वार्ड के ग्राम कचहरी के पंच को बनाया गया है.

इसी प्रकार 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के बाद ग्राम पंचायतों के अलावा पंचायत समिति सदस्यों और जिला पर्षद सदस्यों को भी वित्तीय शक्तियां मिल गयी हैं.

ऐसे में पांच वर्षों तक वित्तीय अधिकार से वंचित रहनेवाले पंचायत समिति और जिला पर्षद सदस्यों के पदों पर भी दावेदारों की संख्या बढ़ गयी है.

Posted by Ashish Jha

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