पटना. बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण के लिए बुधवार की सुबह से मतदान होगा. मंगलवार को मतदान कर्मी मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गये. इससे सोमवार को ही चुनाव प्ररचार का शोर थम गया. प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने पूरी ताकत लगाकर प्रचार अभियान किया. आठवें चरण में बिहार के खुल 36 जिलों के 55 प्रखंडों में चुनाव होना, जिसको लेकर बिहार राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से तैयारी पूरी कर ली गयी है. आठवें चरण का चुनाव परिणाम 26 और 27 नवंबर को जारी किया जाएगा.
आयोग के अनुसार आठवें चरण में कुल 25561 पदों के लिए चुनाव हो रहा है. इसमें मुखिया के लिए 1135 पद, ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 11173 पद, पंचायत समिति सदस्य के लिए 821 पद, जिला परिषद सदस्य के लिए 124 पद, ग्राम कचहरी सरपंच के लिए 1135 पद और ग्राम कचहरी पंच के लिए 1173 पद शामिल हैं.
बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार आठवें चरण में 36 जिलों के लिए अलग-अलग प्रखंडों में कुल 11,500 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इन तमाम केन्द्रों पर सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किया जाएगा. पंचायत चुनाव में इस बार चुनाव आयोग ने बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था की है.
बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण में कुल 6655233 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 3502260, महिला मतदाताओं की संख्या 3152763 मतदाता और अन्य मतदाताओं की संख्या 210 है. इस चरण में 92376 प्रत्याशी चुनावी मैदान अपनी किस्मत आजमाएंगे, जिसमें 42803 पुरुष प्रत्याशी और 49573 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.
नयी व्यवस्था के तहत जो भी व्यक्ति मतदान केंद्र पर मतदान करने जाएगा उसका बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा. कोई भी फर्जी वोटर जो पहले के किसी चरण में मतदान कर चुका है और फिर दोबारा वोट डालने पहुंचा है तो बायोमेट्रिक सिस्टम के तहत पकड़ा जाएगा और उसके खिलाफ गैर जमानती धारा में एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भी भेज दिया जाएगा. इस मामले के आरोपियों को एक साल की सजा हो सकती है. साथ ही उन्हें जुर्माना भी देना पड़ सकता है.
Posted by Ashish Jha