पटना में कोरोना के बाद आयी अब नयी आफत, 29 मरीज मिलने से मचा है हड़कंप, जानें क्या है नयी बला..

बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं, अब संक्रमण से मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इस बीच पटना जिले के मंझौली गांव में 29 लोगों को चिकन पॉक्स होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि इस गांव में एक सप्ताह के अंदर 29 लोग संक्रमण के शिकार हो गए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2023 11:57 AM

बिहार में कोरोना वायरस (‍Bihar Corona Virus) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं, अब संक्रमण से मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इस बीच पटना जिले के मंझौली गांव में 29 लोगों को चिकन पॉक्स (Chicken Pox) होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि इस गांव में एक सप्ताह के अंदर 29 लोग संक्रमण के शिकार हो गए हैं. गांव में करीब एक महीने से चिकन पॉक्स फैला हुआ है. मगर पहले ये एक या दो घरों में भी सीमित था. संक्रमण की जानकारी के बाद डॉक्टरों की एक टीम गांव में लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंच गयी है.

मेडिकल टीम कर रही जांच

गांव में चिकन पॉक्स फैलने की सूचना के बाद डॉक्टरों की एक टीम ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंची. टीम ने लोगों की जांच के बाद जरूरी दवाईयां दी. ग्रामीणों ने बताया कि पहले संक्रमण काफी कम था. अचानक से एक दो दिनों में दो दर्जन से ज्यादा मरीज सामने आ गए. वर्तमान में इससे कई छोटे-छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी पीड़ित हैं. धनरूआ पीएचसी प्रभारी डॉ. प्रतिभा कुमारी ने बताया कि गांव में चिकन पॉक्स के 29 मरीजों की पहचान की गयी है. संक्रमण के गाइडलाइन की अनदेखी के कारण गांव के दो दर्जन से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए हैं.

Also Read: Bihar Corona Live: मुंगेर में कोरोना तेजी से पसार रहा पांव, फिर मिले 13 नए मरीज, जानें अपने जिले का हाल
ज्यादा से ज्यादा पानी पीये मरीज: डॉ प्रतिभा

धनरूआ पीएचसी प्रभारी डॉ. प्रतिभा कुमारी ने बताया कि लोगों को जरूरी दवाई दी है. साथ ही, साफ-सफाई के लिए लोगों को प्रेरित किया है. डरने की जरूरत नहीं है. साथ ही, स्थिति को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा पानी पीने का निर्देश दिया गया है. कई लोगों को बुखार और खुजली की शिकायत थी. इसके लिए उन्हें दवा दी गयी है. उन्होंने बताया कि इस मौसम में चिकन पॉक्स का सडेन ब्रेक होता है. मगर, साफ-सफाई और नियमित इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.

Next Article

Exit mobile version