पटना में कोरोना के डर से लोग चिकेन से हुए दूर, लोकल जिंदा मछली बनी पहली पसंद

कोरोना वायरस के भय से लोग भले ही चिकेन खाने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन नॉनवेज में लोकल जिंदा मछलियां उनकी पहली पसंद बन गयी है. यही कारण है कि जिंदा मछली की मांग में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो गयी है.

By Rajat Kumar | March 19, 2020 11:21 AM
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पटना : कोरोना वायरस के भय से लोग भले ही चिकेन खाने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन नॉनवेज में लोकल जिंदा मछलियां उनकी पहली पसंद बन गयी है. यही कारण है कि जिंदा मछली की मांग में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो गयी है. इसके कारण मछलियों की कीमत में भी 25 से 50 रुपये प्रति किलो तक इजाफा हुआ है. कारोबारियों के अनुसार पिछले दो सप्ताह से लोकल जिंदा मछलियों को लोग अधिक पसंद कर रहे हैं.

पटना मंडी में लोकल जिंदा मछलियां छपरा, सीवान, गोपालगंज, मोतिहारी, वैशाली, मुजफ्फरपुर, नालंदा और मसौढ़ी से आ रही है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर और नाइहट्टी से जिंदा मछलियां पटना मंडी में आ रही हैं. इनमें रेहु, कतला, नैनी, कॉमन कॉर्प और ग्रास कॉर्प प्रमुख हैं. खुदरा बाजार में मंगलवार को लोकल जिंदा रेहु 250 से 300 रुपये, कतला 300 से 350 रुपये, नैनी 250 से 300 रुपये,फंगास 150-200 रुपये, कॉमन कॉर्प 200- 250 रुपये तथा ग्रास 250 से 300 रुपये प्रति किलो किलो बिका. विक्रेताओं की मानें तो जिंदा रोहु, कतला और नैनी की मांग से सबसे अधिक है.

गौरतलब है कि राज्य भर में विदेश से लौटे या उनके संपर्क में आनेवाले कुल 354 लोगों को निगरानी में रखा गया है. अभी तक कुल 113 लोगों ने अपनी निगरानी की 14 दिनों की अवधि पूरी कर ली है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 72 लोगों के नमूनों को लेकर जांच के लिए भेजा गया. अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का पॉजिटिव केस नहीं मिला है.

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