बिहार में ईनामी नक्सलियों की धरपकड़ हुई तेज, बेखौफ होकर आतंक मचाने वाला 2 हार्डकोर गिरफ्तार
बिहार में हार्डकोर नक्सलियों की धरपकड़ अब तेज हो गयी है. बेखौफ होकर आतंक मचाने वाले 2 कुख्यात नक्सलियों को पकड़ लिया गया है. योगेंद्र कोड़ा को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया जबकि कारे लाल कोड़ा को लखीसराय में पकड़ा गया.
बिहार में नक्सलियों के पूर्ण सफाए को लेकर लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं. कुख्यात नक्सलियों की धरपकड़ तेज होने से माओवादी संगठन का हौसला टूटा है. वहीं ऐसे हार्डकोर नक्सली जो सलाखों के बाहर खुली आसमान में घूम रहे हैं. उन्हें पकड़ने की कवायद तेज कर दी गयी है. हाल में ही पूरे राज्य में फरार नक्सलियों और कुख्यात अपराधियों के खिलाफ इनाम जारी किया गया.पुलिस मुख्यालय के द्वारा जारी इस सूचि में शामिल नक्सलियों की धरपकड़ भी शुरू हो गयी है. मुंगेर रेंज का कुख्यात नक्सली योगेंद्र कोड़ा गिरफ्तार कर लिया गया. उसे बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है. जबकि कुछ ही दिनों पहले लखीसराय में दो लाख रुपये का इनामी व हार्डकोर नक्सली कारे लाल गिरफ्तार किया गया. इन दो गिरफ्तारी ने नक्सली संगठन में खलबली मचा दी है.
हार्डकोर नक्सली योगेंद्र कोड़ा गिरफ्तार
मुंगेर रेंज के हार्डकोर नक्सली योगेंद्र कोड़ा को आखिरकार एसटीएफ जमालपुर ने कर्नाटक के बैंगलोर सिटी से गिरफ्तार कर लिया. जिसकी गिरफ्तारी के लिए मुंगेर, जमुई और लखीसराय जिले की पुलिस लगातार प्रयास में लगी हुई थी. गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली पर मुंगेर, जमुई व लखीसराय जिले में 13 कांड दर्ज है. जिसमें आधे दर्जन से अधिक हत्या का मामला है.
नवनिर्वाचित मुखिया का सर धड़ से अलग कर दिया
दिसंबर 2021 में मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के आजीमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया मथुरा गांव निवासी परमानंद टुडू की नक्सलियों ने घर से बुलाकर सर धड़ से अलग कर दिया था. जिसमें योगेंद्र कोड़ा की भूमिका अहम थी और इस कांड में वह नामजद है. जबकि 9 जुलाई 2020 में नक्सलियों ने मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के जटातरी गांव निवासी अरुण राय तथा बघेल गांव निवासी बृजलाल टूडू का घर से अपहरण कर नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था. जबकि वर्ष 2018 में उसने अपने दस्ता के साथ मिलकर जमुई जिले के बरहट में दो भाई मदन व प्रमोद कोड़ा की हत्या कर दी. उस पर पुलिस मुकबीरी का आरोप था. इतना ही नहीं लखीसराय के चाचन में ट्रक को जलाने, चानन व कजरा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में इसकी मुख्य भूमिका रही है.
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तीन जिलों के विभिन्न थानों में 13 नक्सली कांड है इसके नाम दर्ज
योगेंद्र कोड़ा पर मुंगेर, लखीसराय एवं जमुई जिले के विभिन्न थाना में करीब 13 कांड दर्ज है. लखीसरा के कजरा में तीन कांड दर्ज है. जबकि परीबाजार थाना में 3 मामले दर्ज है. इसी जिले के चानन थाना में दो मामला दर्ज है. मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना में मुखिया परमानंद टुडू हत्याकांड सहित दो मामला दर्ज है. जबकि जमुई जिले के खैरा, बरहट थाना में भी उस पर मामला दर्ज हैँ.
दो लाख का इनामी है योगेंद्र कोड़ा
हाल में ही बिहार पुलिस मुख्यालय ने इनाम राशि भी बढ़ायी है. लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र के बाकुरा गांव निवासी योगेंद्र कोड़ा उर्फ रंजन उर्फ योगी कोड़ा पर पहले एक लाख का इनाम था. जिसे बढ़ा कर हाल ही में बिहार पुलिस मुख्यालय ने दो लाख कर दिया था. उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने वाले एसटीएफ जमालपुर को इनाम की राशि मिलेंगी.
लखीसराय में इनामी हार्डकोर नक्सली धराया
लखीसराय जिले के बन्नू बगीचा थाना क्षेत्र के कानीमोह निवासी देबु उर्फ दोना कोड़ा के पुत्र सह दो लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली कारे लाल उर्फ प्यारे लाल कोड़ा को पिछले दिनाें गिरफ्तार किया गया. एसपी पंकज कुमार ने बताया कि दो सप्ताह से विभिन्न माध्यमों से गुप्त सूचना मिल रही थी कि इस क्षेत्र में नक्सली अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. गांव के लोगों को डरा धमका कर पार्टी से जुड़ने के लिए दबाव बना रहा है. जिसके बाद छापेमारी की गयी और इसे गिरफ्तार किया गया.
10 साल से फरार इनामी नक्सली था कारे लाल
एसपी ने बताया कि कारे लाल उर्फ प्यारे लाल कोड़ा पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सक्रिय सदस्य रहा है. उसके विरुद्ध लखीसराय जिले के विभिन्न थानों में कुल 11 नक्सल कांड दर्ज हैं. कारे लाल पर दो लाख रुपये का इनाम बिहार सरकार की ओर से घोषित है. यह विगत 10 वर्षों से फरार चल रहा था.
जून 2013 में धनबाद-पटना इंटरसिटी पर हुए हमले में था शामिल
लखीसराय एसपी ने बताया कि कारे लाल कोड़ा जून 2013 में हुए धनबाद-पटना इंटरसिटी पर हुए हमले में शामिल था. इसके खिलाफ पुलिस बल को जान से मारने व हथियार लूटने के उद्देश्य से विस्फोट करने के मामले में कांड दर्ज हैं. वहीं कजरा थाना के उरैन निवासी तत्कालीन पैक्स अध्यक्ष सह मुंगेर-जमुई सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के निदेशक के अपहरण करने व उनकी गाड़ी जला देने को लेकर कजरा थाना में केस दर्ज है. चानन थाना क्षेत्र के जानकीडीह गंगटिया घाट के पास जुलाई 2017 में नक्सली हमले के दौरान जेसीबी चालक की हत्या करने व वाहनों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर क्षतिग्रस्त करने के मामले में केस दर्ज है.गोपालपुर स्थित मोबाइल टावर में आग लगाकर नष्ट करने,शहीद जितेंद्र हॉल्ट के गेट मैन को बंधक बनाकर रेल परिचालन को बाधित करने समेत कई अन्य केस इसके खिलाफ दर्ज हैं.