बिहार पुलिस ने NIA के वांटेड तस्कर को नेपाल से किया गिरफ्तार, भारत में नकली नोटों की करता था सप्लाई
बिहार पुलिस ने एनआइए के वांछित फरार एवं एक लाख रुपये के घोषित इनामी अभियुक्त असलम अंसारी उर्फ गुलटेन को गिरफ्तार कर लिया है. मोतिहारी पुलिस ने उसे वीरगंज (नेपाल) से गिरफ्तार किया.
एनआइए (National Investigation Agency) का वांटेड और एक लाख के घोषित इनामी को बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. बिहार पुलिस की विशेष टीम ने जाली नोट के तस्कर असलम अंसारी उर्फ गुलेटन को नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश करने के दौरान पकड़ा है. वह नेपाल के वीरगंज के इनरवा गांव का रहने वाला है. उसका पाकिस्तान व कई अन्य देशों से भी कनेक्शन बताया जा रहा है. उसकी गिरफ्तारी बिहार पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
एनआइए काफी समय से कर रही थी गिरफ़्तारी का प्रयास
एनआइए की टीम भी असलम की गिरफ्तारी को लेकर काफी समय से प्रयास कर रही थी. इसको लेकर जगह- जगह पर उसका पोस्टर भी चिपकाया गया था. उस पर एनआइए कोर्ट में कांड संख्या 22-19 के तहत मामला दर्ज है, जिसमें वह कुछ सालों से फरार चल रहा था. फिलहाल पुलिस की टीम उससे पूछताछ कर रही है. एनआइए को भी असलम की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गयी है.
साढे़ पांच लाख रुपये जाली नोट के साथ पकड़ा गया था 2019 में
असलम से पूछताछ के लिए एनआइए की टीम भी मोतिहारी पहुंचेगी. असलम नेपाल के परसा के वीरगंज इनरवा गांव निवासी वाहिद अंसारी का पुत्र है. वर्ष 2019 में साढे़ पांच लाख रुपये भारतीय जाली नोट के साथ वह दिल्ली में पकड़ा गया था. इसके बाद वह वर्ष 2020 में ट्रायल बेल पर जेल से बाहर निकला था. जिसके बाद कोर्ट द्वारा दी गई एक एक तारीख पर वह कोर्ट में हाजिर हुआ, लेकिन उसके बाद से वह फरार चल रहा था. इसी वजह से कोर्ट द्वारा उसके खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी किया गया.
पुलिस कर रही है असलम से पूछताछ
एनआइए ने असलम अंसारी की गिरफ्तारी को लेकर उसके ससुराल बिहार के रक्सौल के शीतलपुर के खिरलिचिया और हरदिया पंचायत के नयका टोला में रिश्तेदार के घर लगातार दबिस दी, लेकिन एनआइए को सफलता नहीं मिली. वहीं, असलम की गिरफ्तारी को लेकर जिला पुलिस की एक टीम सीमावर्ती इलाके में पिछले एक महीने से लगातार टोह में लगी थी. वहीं अब गिरफ़्तारी के बाद एसपी कान्तेश कुमार मिश्र सहित अन्य अधिकारी उससे पूछताछ में लगे है.
दिल्ली में हाईक्वालिटी जाली नोट के साथ हुआ था गिरफ्तार
असलम अंसारी उर्फ गुलटेन वर्ष 2019 में हाईक्वालिटी के साढे पांच लाख जाली नोट के साथ दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था. बताया जाता है कि उसके पास से जो नोट बरामद हुआ था, वह सिर्फ पाकिस्तान में ही छपता है. इससे स्पष्ट है कि असलम का कनेक्शन पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों से है.
नेपाल के रास्ते भारत में करता था जाली नोटों की सप्लाई
एनआइए के वांटेड असलम का पाकिस्तान के साथ-साथ दुबई, मलेशिया, बंगलादेश के लोगों से भी बताया जा रहा है. वह दूसरे देशों में भारत के छपने वाले नकली नोटों को नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कराता था. इसके बाद यहां से देश के विभिन्न इसलाकों में इन नकली नितों की सप्लाई करवाता है. जाली नोटों के सप्लाई करने वाले सबसे सक्रिय तस्करों में से असलं एक है. इसके द्वारा सप्लाई किए जाने वाले नोट सौ रुपये से लेकर पांच सौ तक के होते हैं.
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बिहार से सटे इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सतर्क है पुलिस
बताया दें कि भारत-नेपाल से सटे बिहार के कई जिलों में तस्करी बीते दिनी में बढ़ने के बाद पुलिस व प्रसाशन सतर्क है. इस संबंध में बीते सप्ताह बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया था कि 28 विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी बिहार से सटे भारत-नेपाल सीमा पर की गयी है. यह लोग अवैध ढंग से बिहार के रास्ते देश में घुसने का प्रयास कर रहे थे. इनमें से कई लोगों की गिरफ़्तारी सोना से लेकर जाली नोटों की तस्करी के मामले में की गई है.
महिलाओं व बच्चों की तस्करी रोकने के चल रहा अभियान
साथ ही इंडो नेपाल बॉर्डर से महिलाओं व बच्चों की तस्करी रोकने के लिए राज्य के आठ जिलों में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सामाजिक संगठनों के साथ मिल कर विश्व मानव तस्करी विरोध दिवस पर मुहिम शुरू की गई है. यह अभियान 11 जनवरी 2024 तक ह्यूमन ट्रैफिकिंग जागरूकता दिवस तक चलेगा. इस मुहिम के तहत प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.
इन आठ जिलों में चल रहा अभियान
राज्य के आठ जिले सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सामाजिक संगठनों से मिल कर मानव तस्करी को रोका जायेगा. वहीं देश भर में भारत-नेपाल से सटे 75 जिलों में यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है