Bihar Police in action: बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर रही है. लेकिन, हाल के दिनों में पुलिस की कार्यशैली पर गौर करें तो पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है. पुलिस गोली चलाने से भी पीछे नहीं हट रही है. पिछले एक सप्ताह में बिहार पुलिस ने दो मुठभेड़ में तीन अपराधियों को ढेर कर दिया है. हालांकि इनमें एक दारोगा को भी गोली लगी है.
पटना में दो अपराधियों को मार गिराया
बिहार के पटना जिले के फुलवारी शरीफ इलाके में पुलिस और अपराधियों के बीच छह जनवरी की रात हुई मुठभेड़ में दो अपराधियों को मार गिराया गया जबकि एक सब इंस्पेक्टर गोली लगने से घायल हो गए थे. पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्तौल भी बरामद की थीं. दरअसल, लूटपाट के उद्देश्य से आठ- दस की संख्या में अपराधी फुलवारी शरीफ के हिंदुनी गांव में इकट्ठा हुए थे और इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंच गई थी.
3 जनवरी को कुख्यात सुशील मोची के मुठभेड़ में मारा
इससे पहले इसी महीने शुक्रवार की रात पूर्णिया पुलिस और विशेष कार्य बल ने मिलकर इनामी अपराधी सुशील मोची को मुठभेड़ में मार गिराया था. पूर्णिया के बायसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी में हुई इस मुठभेड़ में मारे गए सुशील मोची पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. बिहार और पश्चिम बंगाल में उसका आतंक था. सुशील मोची जेल से बाहर आया था और बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में था.
नवंबर और दिसंबर में भी पुलिस ने किया था एनकाउंटर
इससे पहले पिछले महीने यानी 13 दिसंबर को पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के संजय नगर में पुलिस ने मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी अजय राय को ढेर कर दिया था. अजय राय अपने दो साथियों के साथ एक मकान में नाम बदलकर रह रहा था. पुलिस ने जब उसे सरेंडर करने को कहा तो अजय ने पुलिस पर गोली चला दी. उसके दो साथी भाग गए. इस दौरान करीब 20 राउंड की गोली चली। हालांकि इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार को भी गोली लगी थी. यही नहीं, दिसंबर महीने में गोपलगंज जिले में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक अपराधी के पैर में गोली लगी थी, जिससे वह घायल हो गया था.