बिहार पुलिस को झारखंड की ‘लैला’ और यूपी की ‘बंटी-बबली’ की तलाश, सीमावर्ती जिलों में शुरू किया छापेमारी अभियान

पंजाब व हरियाणा में बिहार पुलिस व मद्य निषेध टीम की छापेमारी और इस वर्ष करीब एक दर्जन बड़े अंग्रेजी शराब तस्करों की गिरफ्तारी के बाद कम हुई अंग्रेजी शराब की सप्लाइ को पूरा करने के लिए तस्करों ने अब आसपास के राज्यों से देशी शराब की तस्करी बढ़ा दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2021 1:30 PM
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पटना. पंजाब व हरियाणा में बिहार पुलिस व मद्य निषेध टीम की छापेमारी और इस वर्ष करीब एक दर्जन बड़े अंग्रेजी शराब तस्करों की गिरफ्तारी के बाद कम हुई अंग्रेजी शराब की सप्लाइ को पूरा करने के लिए तस्करों ने अब आसपास के राज्यों से देशी शराब की तस्करी बढ़ा दी है.

अधिक आमदनी और सस्ता माल मंगा कर बेचने के चक्कर में तस्करों ने झारखंड व यूपी के तस्करों के साथ मिल कर देशी शराब तस्करी का नया रैकेट तैयार किया है. मद्य निषेध व पुलिस विभाग की इंटरनल रिपोर्ट की मानें, तो लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर नये सिरे से तस्करों ने अपने रैकेट को तैयार करने की कोशिश की है.

इसमें सबसे अधिक तीन-चार ब्रांड की देशी शराब की तस्करी की जा रही है. छापेमारी में पकड़ी जाने वाली देशी शराब में सबसे अधिक झारखंड की ‘तूफान-स्ट्रांग’ व ‘लैला’ है, जबकि यूपी से देशी शराब की ब्रांड ‘बंटी-बबली‘ व ‘पटाखा’ मंगायी जा रही है.

अब फिर से शुरू किया जा रहा छापेमारी अभियान

कोरोना के तेज रफ्तार के आगे शराब पकड़ने व छापेमारी की धीमी हुई रफ्तार को एक बार फिर से मद्य निषेध व उत्पाद विभाग की टीम तेज करने में लगी है. मद्य निषेध की आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में बड़े शराब तस्करों ने अधिक खेप में विभिन्न राज्यों से स्प्रीट मंगानी शुरू कर दी है. चूंकि स्प्रीट का उपयोग अन्य कई कामों में होता है.

ऐसे में कई बार पकड़े जाने पर बहाना बना कर बच जाने की संभावना अधिक होती है. इधर, स्प्रीट का स्टॉक जमा कर राज्य के भीतर ही कई जगहों पर अवैध छोटी फैक्ट्रियों में शराब बनाने का काम चलता है. रिपोर्ट बता रही है कि इन दिनों कोरोना के प्रकोप के कारण शराब की मांग थोड़ी कम हुई है , तो तस्कर राज्य में ही देशी-विदेशी शराब बना कर स्टॉक बढ़ाने में लगे हैं.

दस हजार लीटर शराब बरामद

मद्य निषेध मुख्यालय टीम के अनुसार बीते 12 अप्रैल से अब तक लगभग 9986.48 यानी करीब दस हजार लीटर शराब पकड़ी गयी है,जो सामान्य दिनों के मुकाबले कम है. वहीं, विभाग की रिपोर्ट बताती है कि एक जनवरी से लेकर 11 अप्रैल तक पुलिस व उत्पाद विभाग की संयुक्त कार्रवाई में चार लाख 84 हजार तीन सौ 76 लीटर शराब पकड़ी गयी थी.

गत दिनों नालंदा के हरनौत में सुधा दूध वाहन में 1001 लीटर देशी शराब पकड़ी गयी , जो झारखंड के लैला ब्रांड की थी. वहीं एक माह के राज्य व बाहर की विभिन्न जगहों से लगभग 65 हजार लीटर से अधिक स्प्रीट पकड़ी गयी है. एक खेप में लगभग 5600 लीटर शराब बनायी जाती है.

Posted by Ashish Jha

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