पटना में आज शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे. ये शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की नियुक्ति की मांग करते हुए डाक बंगला चौराहे पर जुटे थे. इस दौरान हंगामे के बाद पुलिस ने इनपर लाठीचार्ज किया. यहां एक प्रदर्शनकारी पर एक वरीय अधिकारी ने भी लाठियां बरसाईं. अब इस घटना के बाद बिहार कांग्रेस ने आरोपी अधिकारी पर किसी बाहरी के इशारे पर लोकतंत्र को कुचलने वाला अधिकारी बताया है.
डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे TET-STET पास अभ्यर्थियों पर हुई लाठीचार्ज की घटना को लेकर बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि यह घटना बताने के लिए काफी है कि नौकरशाही का एक हिस्सा बेहद अलोकतांत्रिक हो चुका है. उन्होंने कहा कि नौकरशाह लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलते हुए आगे बढ़ने लगे हैं. जबकि हम सब जानते हैं कि रोजगार मांगना ना तो गैरकानूनी कृत्य है और ना ही रोजगार के लिए प्रदर्शन करना गैरकानूनी है.
बिहार कांग्रेस ने कहा कि पढ़े-लिखे युवा रोजगार मांगेंगे और उसके लिए प्रदर्शन भी करेंगे. ये उनका लोकतांत्रिक अधिकार है. एक निहत्थे छात्र पर जिस तरह से एक अधिकारी ने लाठियां बरसाईं हैं वो बर्बर हो चुकी नौकरशाही की गवाही है. कांग्रेस ने इशारे-इशारे में केंद्र सरकार पर भी तंज कसा. कांग्रेस नेता ने कहा कि युवाओं को पिटने वाले ये ये वही अधिकारी हैं जिन्होंने कभी लोगों को थाली बजा कर उसका फोटो और वीडियो भेजने के लिए विवश किया था. ये आज भी थाली-ताली बजवाने वालों के इशारे पर काम कर रहे हैं.
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता ने कहा कि तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि अभ्यर्थी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. उनसे बातचीत होनी चाहिए थी. उनकी बातें सुनकर उनके बीच फैली गलतफहमियों को दूर करना चाहिए था. उनकी मांगों को सक्षम अधिकारी तक पहुंचाना चाहिए था. उन्हें ये भरोसा दिलाना चाहिए था कि नियोजन की प्रक्रिया चल रही है, लाखों लोगों का नियोजन होना है. संख्या बड़ी है तो थोड़ा समय लगेगा लेकिन, जो लोग भी योग्यता रखते हैं उनका नियोजन निश्चित तौर पर होगा. ये सब करने के बजाए अभ्यर्थी को बर्बरतापूर्वक पीटा गया.
असित नाथ तिवारी ने कहा कि लाठी बरसाने वाले अधिकारी ने लाठी चलाने का निर्देश कहां से लिया थ, इसकी जांच होनी चाहिए. ऐसे अधिकारी गठबंधन सरकार को बदनाम करने वाला साबित होंगे. इन अधिकारियों को ये समझाना होगा कि ये सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करने वाली है. इस सरकार में थाली और ताली बजवाने वाले लोग शामिल नहीं हैं बल्कि, ये सरकार रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और सुरक्षा देने वाली है. इसलिए कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से से आग्रह करती है कि वो इस अधिकारी पर कार्रवाई करें ताकि थाली-ताली बजाऊ पार्टी के प्रभाव में रहने वाले अधिकारी ये समझ सकें कि नौकरशाही को लोकतांत्रिक मूल्यों पर ही चलना होगा. बाहरी इशारे पर लोकतंत्र को कुचलने वाले अधिकारी बाहर किए जाएंगे.