सिपाही भर्ती पेपर लीक: कांस्टेबल के मोबाइल पर आ गया था आंसर, सेटिंग के लिए छुट्टी लेकर आया था SSB का जवान…
constable recruitment paper leaked रणधीर ने पुलिस को बताया था की गैंग में और भी सदस्य शामिल हैं उनके नाम भी बताये थे. दोनों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
सिपाही भर्ती की परीक्षा (constable recruitment paper leaked) में पुलिस ने सेटिंग करने वाले गैंग के दो सरगना को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सोमवार रात गुप्त सूचना के आधार पर दुल्हिनबाजार के मिल्की से रमेश कुमार उर्फ अनुराग को और बिहटा के अमहरा से आनंदपुर निवासी एसएसबी के जवान दीपक कुमार को गिरफ्तार किया है. दीपक परीक्षा में सेटिंग के लिए छुट्टी लेकर आया था. इनके पास से आठ मोबाइल जब्त िकये गये हैं. थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि दो अक्तूबर को बीएस काॅलेज हाॅस्टल के दो कमरे में छापेमारी कर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ रणधीर कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. गिरफ्तार रणधीर ने पुलिस को बताया था की गैंग में और भी सदस्य शामिल हैं उनके नाम भी बताये थे. दोनों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
कांस्टेबल के मोबाइल पर आ गया था आंसर
सिपाही बहाली प्रश्न पत्र लीक मामले में हो रही जांच में एक नयी जानकारी सामने आयी है. परिवहन शाखा में तैनात कांस्टेबल जीतेंद्र कुमार को पुलिस ने पूछताछ के लिए लाया है. इसके मोबाइल फोन पर भी आंसर आया था. पुलिस ने उसके मोबाइल को जब्त कर लिया है और उसकी भूमिका की जांच कर रही है. जीतेंद्र के मोबाइल फोन पर एक अक्तूबर की परीक्षा का आंसर पहले ही आ गया था. इसके बाद इसने कई अभ्यर्थियों को वह आंसर भेजा था, जिसके कारण जीतेंद्र भी संदेह के घेरे में आ गया है. सूत्रों का कहना है शाहपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार फिजिकल ट्रेनर उसनाथ कुमार उर्फ प्रकाश कुमार व रेलकर्मी सुधीर कुमार से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस के समक्ष जीतेंद्र का नाम सामने
जहां केस दर्ज, वहां के पदाधिकारी होंगे आइओ
सिपाही बहाली लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में दर्ज 74 केसों का अनुसंधान जल्द पूरा किये जाने को लेकर बिहार पुलिस ने नया फॉर्मूला तैयार किया है. जिन थानों में केस दर्ज हुए हैं, उनके तेज-तर्रार पदाधिकारियों को अनुसंधान पूरा होने तक इओयू में आइओ बना कर प्रतिनियुक्त किया जायेगा. ये सीधे सेंट्रल एसआइटी को रिपोर्ट करेंगे. इओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि प्रस्ताव पर पुलिस मुख्यालय की मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जायेगा. सेंट्रल एसआइटी थानों में दर्ज केसों की समीक्षा कर रही है. जो भी फाइंडिंग आयेगी, उसके आधार पर जिला पुलिस छापेमारी करेगी. हिरासत में लिये गये 150 से अधिक संदिग्धों में अंतिम रूप से गिरफ्तार 82 लोगों को जेल भेजा गया है. अब तक सरकारी कर्मियों में पटना और नालंदा के एक-एक सहित दो सिपाहियों की पेपर लीक में भूमिका मिली है. इधर, केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा तैयार किये गये ”प्लान ऑफ एक्शन” के संबंध में भी जानकारी मांगी गयी है. परीक्षा लेने की पूरी प्रक्रिया के संबंध में उनसे ब्योरा लिया जा रहा है.
एक सिपाही की भी संलिप्तता आ रही है सामने
थानाध्यक्ष ने बताया कि गैंग के और लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस जानकारों ने बताया कि गैंग में बिहार पुलिस के एक सिपाही की भी संलिप्तता सामने आ रही है, जो दानापुर का रहने वाला है. पूर्व में गैंग के रणधीर कुमार दोखारा सिंगोडी निवासी को बीएस काॅलेज के हाॅस्टल से गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और तारामंडल से अभिमन्यु कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.