बिहार में पिछले कुछ दिनों से पुलिस की टीम पर हमला करने के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. बताया जा रहा है कि मधेपुरा के वीरगांव के चतरा पंचायत में विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस की टीम पर एक पक्ष के लोगों ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि उन्होंने पुलिस के साथ जमकर मारपीट और गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. उनकी पिटाई के कारण अरार ओपी के एएसआई राजू महतो बेहोश हो गये. आरोप है कि उपद्रवियों ने पुलिस से हथियार भी छीनने की कोशिश की. मामले में राजू महतो के बयान के आधार पर तीन महिलाओं समेत सात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार अरार ओपी में प्रतिनियुक्त एएसआइ राजू महतो, सिपाही राजेश्वर सिंह, शिवप्रसाद, संजय कुमार, रविप्रसाद मोर्या के साथ गश्ती के क्रम में जैसे ही चतरा पुल के नजदीक पहुंचा की मोबाइल नंबर 6200440143 से सूचना मिली कि चतरा निवासी देवेंद्र यादव का पुत्र विवादी जमीन को जोत रहा है. विवादित जमीन पर पहुंचकर लोगों को समझाकर चले गये. जैसे ही मुख्य सड़क पर पहुंचा की इतने में 25 से 30 की संख्या में महिला व पुरुष ने गाड़ी को घेर कर हमला कर दिया. एएसआइ राजू महतो ने कहा कि जान मरने की नियत से गोली भी चलायी, जिसमें बाल-बाल बच गये. गस्ती दल ने ओपी पहुंच कर घटना की जानकारी दी.
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एएसआइ राजू महतो के आवेदन पर ओपी क्षेत्र के चतरा निवासी राकेश यादव, मुकेश यादव, गुलशन कुमार, राधा देवी, गीता देवी, पूजा देवी एवं बिहारीगंज थानाक्षेत्र के सरोनी निवासी मिठ्ठू यादव उर्फ मिथिलेश कुमार के विरूद्ध मामला दर्ज करने की जानकारी प्रभारी थानाध्यक्ष रविरंजन कुमार ने दी. वहीं पीड़ित का कहना है कि पुलिस बल के द्वारा किये जा रहे एक पक्षीय कार्रवाई का विरोध किये जाने पर पुलिस बल ने महिला के साथ मारपीट की. लोगों का कहना है कि घटना के बाद बुधवार की रात चतरा गांव पुलिस छावनी में बदल गयी. वहीं ओपी अध्यक्ष रौशन कुमार ने लगाये गये आरोप को गलत बताया.