Bihar politics: बिहार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के इस्तीफे की खबरें सामने आने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच रार जारी है. अब कृषि मंत्री के इस्तीफे पर जदयू के वरीय नेता उपेंद्र कुशवाहा का बयान सामने आया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ‘ये सब विषय चलते रहता है. इसपर क्या कहना है. रार नहीं बढ़े. यह तो सब कोई चाहता है. कृषि मंत्री खुद भी यही चाहते हैं’.
सुधाकर सिंह के इस्तीफे पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ‘कृषि मंत्री सुधाकर सिंह खुद ही कह रहे हैं. विवाद नहीं बढ़े, इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं. कृषि मंत्री ने एक बार कहा भी था कि अगर उनसे लालू-तेजस्वी इस्तीफा मांगेंगे, तो वे इस्तीफा दे देंगे. शायद ऐसा ही कुछ हुआ होगा’. जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि ज्वाईनिंग और इस्तीफा तो राजनीति में चलता ही रहता है. इसपर ज्यादा कहना उचित नहीं होगा.
वहीं, कृषि मंत्री के इस्तीफे के सवाल पर जवाब देते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि ‘बिहार में कृषि विभाग के अधिकारी एक हॉलसेलर के साथ मिलकर एक नेक्सस चला रहे थे. कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने ऐसे अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई. नीतीश सरकार में अफसरों का चरम बोलबाला है. ऐसे में नीतीश कुमार जी कभी ये बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं कि उनके अधिकारी के खिलाफ कोई बोले’.
वहीं, कृषि मंत्री के इस्तीफे के प्रश्न पर कांग्रेस नेता असितनाथ तिवारी ने कहा कि आधिकरिक तौर पर किसी मंत्री का इस्तीफा मुख्यमंत्री तक नहीं गया है. किसी ने किसी को कहां जाकर इस्तीफा दिया. अब इसकी जानकारी उन्हें (कांग्रेस) को नहीं है.
सुधाकर सिंह के इस्तीफे पर लोजपा (R) के प्रवक्ता ने कहा कि ‘सुधाकर सिंह ने महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई. जिस वजह से आज बात उनके इस्तीफे तक आ पहुंची है. लोजपा(आर) के नेता ने नीतीश सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर सुधाकर सिंह के हौसले की तारीफ करते हुए कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. महागठबंधन के कई ईमानदार मंत्री एक-एक कर ऐसे ही आवाज उठाएंगे और इसी तरह इस सरकार का अंत होना तय है’.