राजेश कुमार ओझा
बिहार की राजनीति में चल रहे सियासी घमासन के बीच जदयू और आरजेडी विधायक दल की थोड़ी देर में बैठक होगी. सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक के बाद आरजेडी राज्यपाल से मिलने का समय मांग सकती है. इसको लेकर आरजेडी की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है. इधर, सोमवार की देर रात अमित शाह की सीएम नीतीश कुमार से भी फोन पर लंबी बात की चर्चा है. हालांकि दोनों के बीच क्या बातचीत हुई यह नहीं पता चला है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि अमित शाह ने सीएम नीतीश कुमार को अपने फैसले पर विचार करने के लिए कहा है.
मंगलवार को दिन के 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) की और राबड़ी आवास पर भी दिन के 11 बजे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायकों की बैठक हो रही है. दोनों दलों ने अपने नेताओं के साथ अलग बैठक करेंगाे. इस बैठक को लेकर सभी नेता पटना पहुंच चुके हैं. एक समय पर हो रही दो बड़े राजनीतिक दलों की बैठक को लेकर कई तरह की अटकलें लग रही हैं. मौजूदा सियासी हालात के बीच ये सवाल प्रबलता के साथ उठ रही है कि क्या बिहार में सियासी उलटफेर होगा. नीतीश कुमार अगला कदम क्या होगा.
राजनीति के गलियारे से जो खबरें निकल कर सामने आ रही हैं उसके अनुसार सब कुछ तय हो गया है. दिन के 11 बजे इसपर सिर्फ मुहर लगनी है. हालांकि इसको लेकर जेडीयू और बीजेपी दोनों की तरफ से सधे हुए जवाब दिए जा रहे हैं. वहीं महागठबंधन के नेताओं का दावा है कि सरकार पूरी तरह से बदलने वाली है. यही कारण है कि मंगलवार को सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के अलावा एनडीए में उसकी सहयोगी जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास पटना पहुंच चुके हैं. सोमवार की रात अपने विधायकों के साथ बैठक के बाद उन्होंने साफ कहा कि नीतीश कुमार एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आते हैं तो कांग्रेस उनको बिना शर्त समर्थन करेगी.
महागठबंधन के सबसे बड़े दल राजद की भी विधायक दल की बैठक आज ही होनी है. बैठक में सब कुछ ठीक रहा तो संभवतः आज राजद की ओर से राज्यपाल से मिलने का समय मांगा जायेगा. लेकिन, नई सरकार का गठन खरवास के बाद होगा.