जातीय जनगणना को लेकर बिहार में एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है. जदयू को आरजेडी का ऑफर मिलते ही भाजपा की बेचैनी बढ़ी हुई है लेकिन, कांग्रेस के ताजा बयान से भाजपा को थोड़ी राहत मिली है. जबकि आरजेडी की सियासी बेचैनी बढ़ गई है. कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने शनिवार को प्रभात खबर के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर परिचर्चा के दौरान स्पष्ट कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन में अब कोई बंधन नहीं है. इसलिए आरजेडी के फैसले से कांग्रेस को कुछ भी लेना देना नहीं है.
प्रभात खबर के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर परिचर्चा में राजद नेत्री सारिका पासवान ने कांग्रेस प्रवक्ता से अलग राय रखते हुए कहा कि कांग्रेस हमारे गठबंधन का साथी है. इसलिए उसकी आप चिंता नहीं करें. इसपर कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने स्पष्ट कहा मेरे घर का फैसला कोई और कैसे ले सकता है. विधानसभा उपचुनाव के समय ही हम दोनों के बीच का बंधन टूट गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने स्पष्ट कहा कि राजद और जदयू के बीच सरकार बनाने को खेल चल रहा है. कांग्रेस को इससे कुछ भी लेना देना नहीं है. पहले दोनों दलों को यह स्पष्ट करना होगा कि किस मुद्दे पर जदयू राजद का साथ जाना चाह रही है या फिर राजद जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाना चाह रही है. जब तक यह स्पष्ट नहीं होता है हम किसी का भी समर्थन नहीं करेंगे. राजद अगर रोजगार, विकाश और शिक्षा के सवाल पर सरकार बनाना चाहती है. या फिर सिर्फ सरकार बनाने के लिए समर्थन कर रही है. जब तक यह सब कुछ स्पष्ट नहीं होता है तब तक हम किसी का समर्थन नहीं करेंगे.