बिहार में सियासी कयासों का दौर क्यों हुआ तेज? दिग्गज नेताओं के इन बयानों से गरमायी राजनीति..
Bihar Politics: बिहार में इन दिनाें सियासी कयासों का दौर चल रहा है. एनडीए और महागठबंधन के नेताओं की बयानबाजी तेज हुइ है. कोई विधायकों को अलर्ट कर रहा है तो कोई दोस्ती का हाथ मिलाने प्रस्ताव के लिए प्रस्ताव मिलने का इंतजार कर रहा है. जानिए..
Bihar Politics: बिहार में सियासी कयासों का बवंडर इन दिनों अधिक तेज हो चुका है. एनडीए और महागठबंधन में मुलाकातों का दौर चल रहा है. दोनों खेमों के प्रमुख नेता अपने-अपने गठबंधन के घटक दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इस बीच लोग इस हकीकत को जानने के लिए व्याकुल हैं कि बिहार में क्या सियासी खिचड़ी पक रही है. शुक्रवार को सियासी पारा और अधिक चढ़ गया जब राजद प्रमुख लालू यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अचानक सीएम हाउस पहुंच गए और नीतीश कुमार से दोनों ने मुलाकात की. इधर जीतन राम मांझी ने अपने विधायकों को अलर्ट कर दिया है.
सीएम आवास पहुंचे लालू-तेजस्वी
बिहार में सियासी कयासों का दौर जारी है. कयासों की सियासत शुक्रवार को और अधिक गरमा गयी जब राजद सुप्रीमो लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीएम आवास पहुंचे और नीतीश कुमार से मुलाकात की. करीब आधे घंटे तक नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक मसलों पर दोनों नेताओं की चर्चा हुई. मुख्यमंत्री से मुलाकात करके जब तेजस्वी यादव बाहर आये तो उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि दोनों दलों के बीच दरार आने की अफवाहें जमीनी हकीकत से अलग है. सरकार के कामकाज को लेकर ये मुलाकात हुई है.
Also Read: बिहार: जीतनराम मांझी ने अपने विधायकों को किया अलर्ट, तेजस्वी बोले- ALL IS WELL, जानिए ताजा हलचल..
मांझी की पार्टी ने विधायकों को किया अलर्ट
बता दें कि बिहार में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद फिर कोई सियासी उलटफेर हो सकता है. इसका कोई आधार अभी तक नहीं दिखा है लेकिन इस चर्चा को एनडीए के नेताओं ने ही तूल दे दिया. जीतन राम मांझी की हम पार्टी ने अपने विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में डटे रहने का फरमान जारी किया है. उन्हें बिहार में कोई नए सियासी खेले की शंका लग रही है. भाजपा के फैसले के साथ होने की बात उन्होंने की.
पारस और कुशवाहा के बयान से भी गरमायी सियासत
केंद्रीय मंत्री व लोजपा(राष्ट्रीय) के नेता पशुपति पारस ने भी अपने बयानों से इन सियासी अटकलों को तेज कर दिया. उन्होंने एक महीने इंतजार करने और फिर बिहार के सियासी समीकरण में बदलाव की बात कही. वहीं रालोजद के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी ऐसे ही कुछ बयान दिए जिससे अटकलाें का बाजार गरमा गया.
गृह मंत्री का बयान और जदयू नेता की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में बिछड़े हुए दलों की वापसी से जुड़े सवाल में कह दिया कि जदयू के प्रस्ताव आने पर इसपर विचार किया जाएगा. जिसके बाद सियासी अटकलों का यह दौर अधिक गरमाया था. वहीं जदयू के कद्दावर नेता सह बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के पत्रकारों के सवाल पर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कभी नहीं कहा कि दरवाजा बंद है. उन्होंने कहा है कि कोई प्रस्ताव आयेगा तो विचार होगा, लेकिन उनके पास कोई प्रस्ताव देगा तभी न, हम लोगों ने तो कोई प्रस्ताव दिया नहीं है. अशोक चौधरी ने यह बातें शुक्रवार को जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं.
नीतीश से लालू-तेजस्वी मुलाकात पर बोले जदयू के मंत्री
जदयू नेता अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार से लालू व तेजस्वी की शुक्रवार की मुलाकात पर कहा कि यह असाधारण घटना नहीं है. दोनों समयसमय मिलते रहते हैं. सीट शेयरिंग के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मीडिया भाजपा के नेताओं से कभी सवाल क्यों नहीं पूछती है.
दिल्ली में मिले मांझी, चिराग व उपेंद्र कुशवाहा
वहीं लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारी को लेकर बिहार में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी है. राज्य की दोनों प्रमुख राजनीतिक संगठन एनडीए और महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत का दौर शुरू हो गया है. एनडीए के घटक रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और लोजपा (रा) के प्रमुख चिराग पासवान की दिल्ली में हुई मुलाकात के भी मायने निकाले जाने लगे हैं. पार्टी के नेताओं का कहना है कि तीनों ने सीट शेयरिंग पर चर्चा की है. एनडीए के नेतृत्वकर्ता भाजपा के सामने अपनी-अपनी लोकसभा सीट की मांग रखी है, लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि तीनों की दिल्ली में हुई मुलाकात के राजनीतिक मायने हैं. एक दिन पहले चिराग पासवान के पटना घर पर हुई चूड़ा-दही भोज के बहाने तीनों एक साथ बैठे थे. कई तरह की चर्चा हुई थी. इस बीच अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार आ रहे हैं. सीमांचल के कटिहार में उनकी जनसभा होगी.
सम्राट चौधरी का बयान
जब सियासी अटकलें तेज होने लगी तो शुक्रवार को बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब जदयू के लिए भाजपा का दरवाजा बंद हो चुका है. जदयू की अब इंट्री नहीं होने वाली है.