राजेश कुमार ओझा
गृह मंत्री अमित शाह ने लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार की जनता लालू प्रसाद के जंगल राज को अभी भी नहीं भूल पायी है. राजद अपने पोस्टर बैनर से लालू प्रसाद के फोटो हटा रही है. लेकिन, बिहार की जनता उनके जंगल राज को नहीं भूल पायी है. अमित शाह ने बीजेपी से पंगा लेने के बाद बिहार की सियासत में अलग-थलग पड़े विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को भी अपने निशाने पर लिया. ओबीसी आयोग का अध्यक्ष भगवान लाल सहनी को बनाने से लेकर मल्लाह समाज के लिए एनडीए सरकार द्वारा किए जा रहे कामों को भी अमित शाह ने प्रमुखता से गिनाया.
शनिवार को अमित शाह भोजपुर के जगदीशपुर स्थित दुलौर मैदान में आयोजित वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मछुआरा समाज को आगे बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया. यूपी विधानसभा चुनाव में विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी लगतार केन्द्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर थे. बीजेपी के खिलाफ उन्होंने अपने प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में उतारे थे. बिहार के बोचहां उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद सहनी ने गुलाल लगाकार मिठाई बांटी थी और बीजेपी की हार को अपनी जीत करार दिया था. दरअसल, यूपी विधानसभा के चुनावी नतीजे के बाद बीजेपी से पंगा लेना सहनी को महंगा पड़ा था. उनके तीनों विधायकों को बीजेपी ने अपने साथ जोड़ लिया था और उनकी मंत्री की कुर्सी भी चली गई थी.
भोजपुर में अमित शाह ने विजयोत्सव कार्यक्रम में दूर दराज से आए लोगों को लालू-राबड़ी शासनकाल की याद भी दिलाई. केंद्र सरकार से प्रदेश में चल रही जनसरोकार से जुड़ी कार्यों की चर्चे करते हुए अमित शाह ने मंच से कहा कि लालू-राबड़ी के राज को याद करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आरजेडी के नेताओं को लगता है कि लालू यादव की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करने पर बिहार के लोग उस राज को भूल जाएंगे. मंच से उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या आप लोग उस जंगल राज के शासनकाल को भूल सकते हैं? अमित शाह ने कार्यक्रम में आए लोगों से जोर से बोलने को कहा क्या आप लोग उस राज को भूल सकते हो क्या? अमित शाह ने कहा कि ये वही राज्य था जहां सरेआम मर्डर होता था, पानी-बिजली की व्यवस्था तक नहीं थी. लेकिन, अब बिहार बदल रहा है.