Bihar Politics: पटना में इंडिगो अधिकारी रूपेश हत्याकांड (Rupesh Murder case) के बाद से बिहार में सियासी घमासान थम नहीं रहा. विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) पर हमलावर है. इसी क्रम में मंगलवार को लोजपा प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने सीएम नीतीश पर हमला बोला तो हम प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram manjhi) ने पलटवार किया. मांझी ने चिराग पासवान से ही सवाल पूछ डाला.
दरअसल, नए साल में पहली बार पटना पहुंचे चिराग ने पत्रकारों से कहा कि बिहार में बैक टू बैक मर्डर की घटनाओं से डर का माहौल बन गया है. बड़े-बड़े लोगों की हत्या हो रही है और लोग भय के माहौल में जी रहे हैं. कहा कि मुख्यमंत्री के साथ साथ गृह मंत्री होने के कारण नीतीश कुमार को अब इस पर ध्यान देना चाहिए.
लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमने नई सरकार को काम करने का मौक़ा दिया. ऐसा नहीं है कि दोबारा सरकार बनने के बाद हम बोरिया बिस्तर लेकर सरकार के पीछे पड़ गए. लंबे समय से बिहार में कानून-व्यवस्था का यही हाल है. चुनाव के समय से हम ये बात कहते आ रहे हैं. उनके इस बयान पर बिहार की एनडीए सरकार में शामिल हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने पलटवार किया है.
उन्होंने ट्वीट किया, चिराग पासवान जी आप बिहार आते कब हैं कि आपको डर लगेगा? वैसे 2020 के चुनाव में बिहार की जनता मालिक ने स्पष्ट तरीके से बता दिया है कि सूबे की आवाम को सबसे ज़्यादा डर आपसे और आप जिसकी मदद कर रहे थे, उनसे लगता है. तब ही तो आपको और आपके उ छोटे भाई को सत्ता से दूर रखा है.
.@iChiragPaswan जी आप बिहार आतें कब है कि आपको डर लगेगा?
वैसे 2020 के चुनाव में बिहार की जनता मालिक ने स्पष्ट तरीक़े से बता दिया है कि सूबे की आवाम को सबसे ज़्यादा डर आपसे और आप जिसकी मदद कर रहें थें उनसे लगता है,तब ही तो आपको और आपके उ छोटे भाई को सत्ता से दूर रखा है।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 19, 2021
चिराग पासवान आज रूपेश सिंह के परिजनों के मुलाकात के लिए दिल्ली से बिहार पहुंचे हैं. पटना एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले और विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में कुछ भी नहीं बदला है. बिहार में न तो लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बदली है और न ही भ्रष्टाचार की. हालांकि, उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद 6 महीने तक उन्होंने सरकार के कामकाज को देखने का मन बनाया है.
उन्होंने कहा कि कैबिनेट विस्तार नहीं होने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि एक-एक मंत्री के पास कई-कई विभाग हैं. हम लोग देख रहे है जिस रफ़्तार से बिहार में काम-काज होना चाहिए, मंत्री के अभाव में नहीं हो रहा है. पार्टी और संगठन का खूब काम हो रहा है. प्राथमिकता पार्टी संगठन नहीं, प्रदेश की होनी चाहिए, जब आप प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.
Posted By: Utpal Kant