Bihar politics: बिहार में बढ़ी सियासी हलचल, कांग्रेस ने चार मंत्री पद पर ठोका दावा, तेजस्वी को भी दी नसीहत
Bihar politics: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी हलचल काफी तेज हो गयी है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शिवहर में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है.
Bihar politics: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी हलचल काफी तेज हो गयी है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शिवहर में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. सीएम नीतीश कुमार से उनकी बात मंत्री मंडल के विस्तार को लेकर हुई थी. समाधान यात्रा के दौरान उन्होंने मधुबनी की सभा में कहा भी था कि कांग्रेस के कोटे से मंत्री बनाए जाएंगे. हालांकि, इस बारे में अब जिसे जो लगता है वो बोल सकता है. इससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नहीं है.
‘डिप्टी सीएम का मंत्रिमंडल नहीं होता’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए दो टूक कहा कि डिप्टी सीएम का मंत्रिमंडल नहीं होता है. मंत्रिमंडल पर केवल सीएम का ही अधिकार होता है. नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल में जिसे चाहे रखें. जिसे चाहे न रखें. ये उनका फैसला होगा. बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक और चार एमएलसी हैं. महागठबंधन के अन्य दलों के विधायकों की संख्या तीन-चार है. ऐसे में हमारी मांग है कि कांग्रेस को कम से कम चार मंत्री पद दिया जाना चाहिए. मैंने इस बारे में सीएम से बात की है. उन्होंने इसके बारे में सहमति भी जतायी है.
मकर संक्रांति के बाद से विस्तार की हो रही चर्चा
मकर संक्रांति के बाद से बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. पार्टियों में अंदर ही अंदर तैयारी चल रही है. इस मामले में कई बार खुद मुख्यमंत्री भी खुले मंच से बयान दे चुके हैं. इस बीच उपेंद्र कुशवाहा के उपमुख्यमंत्री बनने की भी चर्चा जमकर हुई थी. हालांकि, इस पर अब पूरी तरह से विराम लग गया है. जबकि तेजस्वी यादव ने साफ शब्दों में कह दिया है कि अभी मंत्रिमंडल विस्तार की कोई संभावना नहीं है. इसे लेकर अब बीजेपी ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.