Bihar Politics: बिहार विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने जो किया, उसके लिए उन्होंने माफी मांग ली है और घटना पर खेद व्यक्त किया है. उन्होंने सदन में गलती स्वीकार करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से माफी मांगी, जिसके बाद भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हो पायी. इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने सदन में खेद जताया और कहा कि मंत्री ने जाने अनजाने आसन की भावना को ठेस पहुंचायी, उनकी ऐसी मंशा नही थी.
फिर पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने सदन में खेद जताया और कहा कि उनके बयान से अगर आसन की भावना को ठेस पहुची है तो हम खेद जताते हैं. गौरतलब है कि विधानसभा में की गई बयानबाजी के लिए पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी की चौतरफा आलोचना शुरू हो गयी थी. न सिर्फ विपक्ष, बल्कि सरकार के कई मंत्री भी उनके खिलाफ हो गए थे.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सम्राट चौधरी के बयान को अशोभनीय बताया तो वहीं तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से बिहार सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालनेवाले विधायकों पर सवाल उठाए थे. पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश शाहनी को जब पूछा गया कि आज जो सदन में घटना हुआ है क्या ठीक है? उन्होंने कहा कि सदन में इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि सदन के अंदर विपक्षी सदस्यों का आचरण अच्छा नहीं है.
विधानसभा में बुधवार को एक सवाल के जवाब के दौरान अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने टोका तो मंत्री सलाह देने लगे और कह दिया कि व्याकुल मत होइये. दोनों के बीच थोड़ी कहासुनी हुई. इसके बाद अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मंत्री को कहा कि यह शब्द वापस लीजिए, लेकिन मंत्री ने शब्द वापस नहीं लिया. इसपर विधानसभा की कार्रवाई पहले 12 बजे तक स्थगित की गई.
वहीं, फिर जब सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो विजय कुमार सिन्हा आसन पर नहीं बैठे. जदयू के विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने विधानसभा अध्यक्ष का कुर्सी संभाला और फिर से सदन की कार्रवाई 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया. फिर भोजनावकाश के बाद सत्र की शुरुआत हुई तो सम्राट चौधरी ने माफी मांगी.
Posted By: Utpal Kant