Bihar Politics : दिल्ली में जगदानंद सिंह की आज लालू यादव से होगी मुलाकात, RJD पदाधिकारियों का लगा जमावड़ा
जगदानंद सिंह राजधानी एक्सप्रेस से शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गये. दिल्ली में पहले से तय आठ, नौ और 10 तारीख को होने वाली राजद की तीन राष्ट्रीय स्तरीय महत्वपूर्ण बैठकें होने जा रही हैं.
पटना. शुक्रवार (सात अक्तूबर) को दिल्ली में जगदानंद सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात होने जा रही है. यह मुलाकात राजद के अंदर चल रही उठा पटक के बीच होगी. दोनों कद्दावर नेता पिछले दिनों के अंदरूनी सियासी घटनाक्रम के संदर्भ में एक दूसरे से असहज बताये जा रहे हैं. चर्चा यह भी चल रही है कि कुछ वजहों से खिन्न चल रहे जगदानंद सिंह पद से त्याग भी दे सकते हैं.
तीन राष्ट्रीय स्तरीय महत्वपूर्ण बैठक है वहां
हालांकि, राजद प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से इस संदर्भ में औपचारिक तौर पर अभी कुछ भी नहीं कहा गया है. जानकारी के मुताबिक अपने बेटे और कृषि मंत्री सुधाकर सिंह से इस्तीफा लिये जाने की वजह से जगदानंद सिंह मर्माहत हैं. वहीं राजद आलाकमान सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद जगदानंद के बयान से नाराज हैं. फिलहाल जगदानंद सिंह राजधानी एक्सप्रेस से शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गये. दिल्ली में पहले से तय आठ, नौ और 10 तारीख को होने वाली राजद की तीन राष्ट्रीय स्तरीय महत्वपूर्ण बैठकें होने जा रही हैं.
आठ अक्तूबर को जगदानंद बैठक में लेंगे भाग
आठ अक्तूबर को जगदानंद सिंह वहां राष्ट्रीय पदाधिकारियों व सचिव स्तर की बैठक में भाग लेंगे.नौ तारीख को दिल्ली में ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी. 10 तारीख को वे वहां राजद राष्ट्रीय परिषद और तालकटोरा स्टेडियम में खुले अधिवेशन में मौजूद रहेंगे. जानकारों के मुताबिक पूर्व कृषि मंत्री और विधायक सुधाकर सिंह भी राष्ट्रीय कार्य परिषद की मीटिंग में भाग लेने दिल्ली जायेंगे. उल्लेखनीय है कि राजद प्रदेश अध्यक्ष को राजद के राष्ट्रीय अधिवेशन में कई औपचारिकताएं निभानी बाकी हैं.
जगदानंद सिंह को पार्टी अलाकमान अब किस नजरिये से लेगा!
वहीं, सियासी जानकारों के मुताबिक यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी के लिए तीन दशकों से अधिक समय तक समर्पित रहे जगदानंद सिंह को पार्टी अलाकमान अब किस नजरिये से लेगा. वे आलाकमान के सामने अपनी बात किस दमदारी से रख पाते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि तीन दशकों से लालू प्रसाद और जगदानंद सिंह के संबंध बेहद अनौपचारिक रहे हैं.