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बिहार में एमएलसी सीट पर एनडीए में खींचतान
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जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी को चाहिए सीट
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राज्यपाल के कोटे की 12 सीटों पर मनोनयन बाकी
Bihar Politics News: लंबे अरसे के बाद बिहार में सीएम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल (Nitish Kumar Cabinet Expansion) का विस्तार हो चुका है. इसके बावजूद एनडीए में खींचतान जारी है. मंत्रिमंडल में कम भागीदारी मिलने के बाद सहयोगियों की नजर विधान परिषद की सीटों पर टिकी है. एनडीए में जेडीयू, बीजेपी के अलावा हम और वीआईपी भी शामिल है. इसी बीच पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की हम और मुकेश सहनी की वीआईपी ने एमएलसी सीटों पर दावेदारी ठोक दी है.
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बिहार में राज्यपाल कोटे की 12 एमएलसी सीट हैं. हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने राज्यपाल कोटे वाली एक सीट पर दावा ठोका है. वीआईपी चीफ मुकेश सहनी भी एक सीट मांग चुके हैं. इसके पहले मंत्रिमंडल विस्तार से नाराज मुकेश सहनी दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने गए थे. विधान परिषद की सीट से जुड़े फैसले को लेकर सभी की नजर सीएम नीतीश कुमार की तरफ है.
बिहार में राज्यपाल कोटे की खाली 12 सीटों की बात करें तो इस पर कला संस्कृति, खेल, विज्ञान और समाज सेवा से जुड़ी हस्तियों को जगह मिलने वाली है. सीटों पर मनोनयन को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है. दूसरी तरफ मांझी की हम और मुकेश सहनी की वीआईपी ने सीटों को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है फिफ्टी-फिफ्टी फॉर्मूले पर बीजेपी-जेडीयू में सीटों का बंटवारा हो सकता है.
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बिहार में एनडीए को स्पष्ट जनादेश मिला है. एनडीए को 125 और महागठबंधन को 110 सीटें मिली. आगे चलकर निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने जेडीयू को समर्थन देने की बात कही. वहीं, बसपा के अकेले विधायक जमां खान ने जेडीयू का दामन थामा. इसके बाद नीतीश सरकार के पास 127 विधायकों का बहुमत है. बिहार में बहुमत के लिए 123 सीटों की जरूरत है. इस लिहाज से देखें तो जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी प्रेशर पॉलिटिक्स में जुटे हैं. अब, इसका नतीजा आने वाले कल में पता चलेगा.