बिहार की सियासत का तापमान अभी बेहद गरम है. भाजपा के अलावा 4 महत्वपूर्ण दलों की अहम बैठकें अगले 2 दिनों में होने वाली है. जदयू, राजद, कांग्रेस और हम पार्टी ये बैठकें करेंगी. वहीं इन बैठकों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. लेकिन इन दलों की बैठकों का उद्देश्य क्या है, ये अभी तक राज ही बना हुआ है.
बिहार की सियासत में आज यानी सोमवार और मंगलवार का दिन बेहद अहम है. प्रदेश की चार प्रमुख दलें अगले कुछ दिनों के अंदर पार्टी की बैठकें करने जा रही है. एक तरफ जहां जदयू के अंदर अंतर्कलह के बाद पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के उपर पार्टी ने प्रहार किया और आरसीपी सिंह को इस्तीफा देना पड़ा वहीं इसी बीच जदयू ने मंगलवार को पार्टी की अहम बैठक सीएम आवास में बुलाई है जिसमें पार्टी के सभी सांसद, विधायक हिस्सा लेंगे. इस बैठक के मायने क्या हैं, ये राज बना हुआ है. हालांकि इस बैठक की आधिकारिक पुष्टि पार्टी की ओर से नहीं की गयी है.
वहीं राजद ने भी अपने विधायक और एमएलसी को जुटाना शरू की दिया है. आरजेडी इन नेताओं के साथ अहम बैठक भी कर सकती है. पार्टी के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को इस बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह भी चर्चे में है कि राजद ने अपने सभी विधायकों को निर्देशित किया है कि वो किसी भी हाल में 12 अगस्त तक पटना नहीं छोड़ें.
बताते चलें कि 12 अगस्त के बाद खरमास का प्रवेश हो जाएगा. उधर, जदयू और राजद ने बैठक बुलाई तो कयासों के बीच सियासी पंडितों के भी सिर इस बात को समझने में चकराये हुए लग रहे हैं कि आखिर प्रदेश की सियासत का उंट किस करवट बैठने वाला है.
जदयू और राजद के अलावे कांग्रेस और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(हम पार्टी) ने भी अपने दल की बैठक बुलाई है, ऐसी बात सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस भी अपनी पार्टी की बैठक करेगी. पार्टी के नेता बताते हैं कि बैठक में बिहार की सियासत के वर्तमान हालात पर ही चर्चा होगी. वहीं पार्टी की ओर से निर्धारित पदयात्रा की भी समीक्षा हो सकती है. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने जदयू से संपर्क किया है.
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ ने भी बैठक बुलाई है. वहीं सियासी दलों की इन बैठकों के बीच एकतरफ जहां सोशल मीडिया पर ‘सियासी खेल’ के अनुमान भी लगाये जा रहे हैं वहीं जदयू और भाजपा के नेता ऐसे किसी भी कयासों को खारिज कर रहे हैं. गठबंधन की मजबूती को लेकर दोनों दलों के नेता दावा करते आये हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan