राजेश कुमार ओझा
पटना. यूपी में नई सरकार के गठन की तैयारी चल रही है. इसको लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है. जोड़-तोड़ का खेल भी चरम पर है. इधर, बिहार में भी यूपी चुनाव के कारण राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. इसको लेकर एनडीए घटक दल विखर गए हैं. वीआईपी ने पहले ही भाजपा के खिलाफ यूपी में अपना प्रत्याशी खड़ा करने की घोषणा कर चुकी है. गठबंधन नहीं होने पर अब जदयू ने भी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. इसको लेकर यह कयास लगाए जाने लगा है कि क्या बिहार में भी एक नई सरकार का गठन होगा? इससे जुड़े एक सवाल पर एनडीए घटक दल के नेता और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा परेशानी में है. सरकार परेशानी में नहीं है.
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि यूपी चुनाव का बिहार की राजनीति पर भी बनने और बिगड़ने लगा है. नालंदा में जहरीली शराब से मरने वालों की चर्चा करते हुए वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का इसपर कोई बयान नहीं आया. संभवतः यह पहला अवसर है जब तेजस्वी यादव इतनी बड़ी घटना के बाद भी चुप हैं. जबकि यही तेजस्वी विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने पर जमकर सरकार पर हल्ला बोला था. लेकिन, इस दफा बिहार में लड़ाई सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच न होकर सत्ता पक्ष वर्सेज सत्ता पक्ष दिख रही है. JDU और RJD के बीच रास्ता साफ दिख रहा है. JDU ने भी अपनी लड़ाई को RJD के खिलाफ नहीं करके BJP की तरफ शिफ्ट कर दिया है.
बिहार एनडीए घटक दल के नेता और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने स्वीकारा की बिहार में जो कुछ हो रहा है वो ठीक नहीं है. विवाद का बंद कमरे में निपटारा कर लेना चाहिए, इस प्रकार से बीच सड़क पर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप ठीक नहीं है. मुकेश सहनी ने एक सवाल के जवाब में प्रभात खबर को बताया कि बिहार में सरकार ठीक चल रही है. परेशानी भाजपा को हो रही है. भाजपा भी घटक दलों के निशाने पर है. सहनी ने तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताकर बिहार की राजनीति में एक नई उम्मीद के भी संकेत दिए हैं.