Bihar politicsः आरजेडी में ‘पवार’ के लिए उठा-पटक, तेजप्रताप ने अब विधानपरिष में मांगी इतनी सीटें…
Bihar politicsः आरजेडी में पावर के लिए एक बार फिर से उठा-पटक तेज हो गई है. लालू प्रसाद के बड़े लाल तेजस्वी यादव से अपनी पार्टी के लिए विधान परिषद में छह सीटों की मांग किया है. उनकी इस मांग पर बिहार में सियासत तेज हो गई है.
राजेश कुमार ओझा
पटनाः बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव होनी हैं. इसको लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति तेज हो गई है. राजद (RJD) और कांग्रेस (Congress) के बीच अभी बात बनी भी नहीं थी कि लालू (Lalu yadav) के बड़े लाल के एक नई मांग से राजद परिवार में ‘पावर’ के लिए चल रही उठा पटक की पूरी कहानी को सबके सामने ला दिया है. तेजप्रताप (Tej Pratap Yadav) की पार्टी छात्र जनशक्ति परिषद ने विधान परिषद में राजद से छह सीटें मांगी है. पार्टी प्रवक्ता ने स्पष्ट कहा है कि शर्त माने पर ही हम आरजेडी को समर्थन करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा उप चुनाव में श्रीकृष्ण के बिना जीत संभव नहीं है.
दरअसल, सोमवार को तेज प्रताप यादव के संगठन छात्र जनशक्ति परिषद की ओर से दो बड़े बयान सामने आए. एक बिहार विधान परिषद में छह सीट और दूसरी जेडीयू की से ओर तेज प्रताप यादव को बिहार का उप मुख्यमंत्री बनने का ऑफर मिलना. तेजप्रताप के प्रवक्ता ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट कर दिया कि अपने सिद्धांतों के कारण वे इसे नहीं मान रहे हैं. छात्र जनशक्ति परिषद के बिहार प्रदेश के अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए ये दोनों बातें कही.
दोनों बयानों के क्या है मायने
तेजप्रताप यादव की पार्टी की ओर से दिए गए इस बयान के मायने है. हालांकि यह बयान तेजप्रताप यादव ने नहीं उनके प्रवक्ता ने दिए हैं. लेकिन, राजनीतिक पंडित इस बयान का अपने अपने स्तर से विश्लेश्षण कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस बयान से साफ है कि तेजप्रताप यादव और जदयू के बीच राजनीतिक रिश्ते में अब वो खटास नहीं है जो पहले हुआ करता था. दोनों के रिश्ते तेजी से मजबूत हो रहे हैं. तेजप्रताप ने अपने प्रवक्ता के माध्यम से इसकी जानकारी अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और अपने पिता लालू प्रसाद को दे दी है. उप मुख्यमंत्री बनने का ऑफर की बात कर तेजप्रताप ने एक तरह से दोनों को यह बताने का भी प्रयास किया है कि अभी हम सिद्धांतों के कारण उनके ऑफर को नहीं स्वीकार किया है.
लेकिन, हमारी बातों को नहीं मानी गई तो हम बड़ा फैसला ले सकते हैं. बताते चलें कि तेजप्रताप की पार्टी के प्रवक्ता ने इसके साथ ही विधानपरिषद में अपनी पार्टी के लिए छह सीटों की मांग किया है और आरजेडी से आग्रह किया है कि वो कम से कम 25 प्रतिशत सीटों पर उम्मीदवार के चयन के लिए तेज प्रताप यादव को अधिकृत करें. राजनीतिक पंडित तेजप्रताप की इस मांग को ऑफर और धमकी से जोड़कर देखते हैं. उनका कहना है कि तेजप्रताप ने दोनों बातें एक साथ कह कर परिवार वालों के सामने ऑफर है कि मेरे प्रस्ताव को स्वीकार कर ले. नहीं तो धमकी है कि हम जदयू के ऑफर को स्वीकार कर लें.