Bihar Politics: एक तरफ जहां चिराग पासवान ने नागालैंड में जदयू का रथ रोककर एनडीए में अपनी जगह बना ली है. वहीं, केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने उनपर तीखा हमला किया है. पशुपति पारस ने रविवार को कहा कि लोजपा रामविलास की नेत्री देवजानी मित्रा वहां से छोड़कर आज हमारे यहां राष्ट्रीय लोजपा में आई हैं. ये हमारे लिए खुशी की बात है. उन्होंने चाचा-भतीजा की लड़ाई पर कहा कि जब हमलोग साथ चुनाव लड़े और साथ लड़कर आए और फिर अलग हुए और आज आने के लिए बेचैन है , व्यक्ति बलवान नही समय बलवान होता है.
चिराग के उम्मीदवार की जब्त हुई है जमानत
पशुपति पारस ने चिराग पासवान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पासवान वोट को लेकर पहले ही क्लियर हो गया है कि पासवान वोट पशुपति पारस के साथ है. कई बार चुनाव में चिराग पासवान के उम्मीदवार की जमानत जप्त हो गई है. ऐसे में साफ है कि उनके पास बिहार के पासवान जाति का वोट नही है. उन्होंने बिहार में पांच सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव पर कहा कि एनडीए गठबंधन का उम्मीदवार पाचों जगह है और हमलोग सभी जगह चुनाव जितवाने का काम करेंगे.
दल टूटकर जुट जाते दिल नहीं: पारस
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने चिराग पासवान के संजय जायसवाल से मुलाकात पर कहा कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है. मगर दल टूटता है तो जुट जाता है लेकिन दिल टूटता है तो दिल नही जुटता है और मैं पहले ही भाजपा को बोला हूं मैं अपने पार्टी में नहीं रख सकता हूं लेकिन गठबंधन में रखना है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. चिराग पासवान निर्णय नहीं ले पाता है कि किस तरफ जाय बाय या दाय. वो खुद कहते है कि हम न तो एनडीए के साथ है न ही महागठबंधन के साथ है. लोकसभा चुनाव के समय सोचेंगे कि किस गठबंधन में जाए.