प्रशांत किशोर के बयान पर बिहार में तेज हुई सियासी हलचल, वीआईपी ने किया पलटवार, जानें क्या है पूरा मामला

वीआईपी पार्टी प्रवक्ता ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि भगवान श्रीराम से लेकर अब तक मल्लाहों ने समाज हित के लिए ही कई कार्य किए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2023 3:30 PM

मैं आपको मछली खिलाने नहीं, बल्कि मछली कैसे पकड़ा जाता है वह सिखाने आया हूं. प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के इस बयान के बाद बिहार में सियासी बवाल मचा है. प्रशांत किशोर के बयान पर मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) की वीआईपी (VIP) पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा है कि मल्लाह समाज के लोग केवल मछली पकड़ना ही नहीं जानते हैं बल्कि वह राजनीतिक वैतरणी भी पार करवाते हैं. पार्टी प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि भगवान श्रीराम से लेकर अब तक मल्लाहों ने समाज हित के लिए ही कई कार्य किए हैं.वर्तमान में भी राज्य की राजनीतिक हालात को देखे तो अब तक हाशिए पर रहने वाला मल्लाह समाज अपनी एकता के दम पर किसी भी पार्टी की सरकार को बनाने या बिगड़ने की ताकत रखता है.

पार्टी के संरक्षक पूर्व मंत्री सन ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी के द्वारा जगाई गई अलख की ज्योति के कारण ही आज देश प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दल मल्लाहों की तरफ अपनी आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं. देवज्योति का यह भी कहना था कि अपनी पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर सरकार की कमियों की तरफ ध्यान आकृष्ट करा कर लोगों को उसके बारे में बताएं और सचेत करें न कि वह लोगों या मल्लाहों को मछली खिलाने या पकड़ने की बात करें. लोगों में और विशेष रूप से मल्लाह समाज में इतनी जागृति तो जरूर आ गई है कि वह अपने हित और अहित का फैसला ले सकते हैं. और यह जागृति सन ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी के अथक परिश्रम का ही परिणाम है.

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बताते चले प्रशांत किशोर बिहार जन सुराज के बैनर तले अपनी पदयात्रा कर रहे हैं. इसीक्रम में वो बीच बीच में पत्रकारों से भी बार कर रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने कहा था कि बिहार की राजनीतिक स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि मैं आपको मछली खिलाने नहीं, बल्कि मछली कैसे पकड़ा जाता है वह सिखाने आया हूं. उनके इस बयान के बाद वीआईपी नेता आक्रोशित हो गए उनपर तंज कसते हुए कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि भगवान श्रीराम से लेकर अब तक मल्लाहों ने समाज हित के लिए ही कई कार्य किए हैं.

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