Bihar Politics: तेज प्रताप यादव ने Corona Vaccination पर खड़े किए सवाल, सीधे PM मोदी पर ही बोला हमला, घोटाले के लगाए आरोप
Bihar Politics,Corona Vaccination in Bihar: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Partap Yadav) अपने बयानों को लेकर इन दिनों मीडिया में छाए हुए हैं. शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) प्रकरण के बाद कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेटर भी अटपटा बयान दिया. उन्होंने सीधी-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर ही हमला बोल दिया.
Bihar Politics,Corona Vaccination in Bihar: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Partap Yadav) अपने बयानों को लेकर इन दिनों मीडिया में छाए हुए हैं. शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) प्रकरण के बाद कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेटर भी अटपटा बयान दिया. उन्होंने सीधी-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर ही हमला बोल दिया.
उन्होंने स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को लेकर भी कई सवाल खड़े किए. तेज प्रताप ने वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कई आरोप भी जड़ दिए. तेज प्रताप यादव ने कहा कि जो वैक्सीन लोगों को दी जा रही है वह सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन का पूरी तरह से परीक्षण किए बिना यह लोगों को लगाया जा रहा है. इससे लोग मर भी रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी कारण से अभी भी बड़े राजनेता वैक्सीन लेने से बच रहे हैं.
आगे कहा कि वैक्सीन असुरक्षित होने के कारण ही पीएम मोदी इसे नहीं ले रहे. उन्होंने कोरोना वैक्सीन से जुड़े घोटाले तक का भी आरोप लगा डाला. मीडिया से बात करते हुए राजद नेता ने पूछा कि क्या पत्रकारों ने कोरोना की वैक्सीन ली है? जवाब नहीं में मिलने पर उन्होंने अपने दावे को सही ठहराया.
बता दें कि बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन और कोरोना जांच में गड़बड़ी के आरोपों पर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. इस मामले में जब सियासत तेज हुई तो स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जहां तक कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के सुरक्षित होने का सवाल है तो हमें अपने देश के वैज्ञानिकों पर गर्व है. उन्होंने कहा कि उन्होंने बेहतर नतीजे दिए हैं तमाम जिलों के डीएम, एसपी और खुद मैंने भी वैक्सीन लिया है.
Posted By: Utpal kant