Bihar Politics: दिल्ली दरबार में तय होंगे कांग्रेस मंत्रियों के नाम, बिहार प्रभारी सूची लेकर दिल्ली रवाना
Bihar politics: कांग्रेस कोटे से मंत्री बनने वालों में प्रदेश अध्यक्ष डा मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, दलित कोटे से राजेश कुमार और अल्पसंख्यक कोटे से अफाक आलम के नाम के कयास लगाये जा रहे हैं.
नयी सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के नाम दिल्ली दरबार से ही तय होगा. बिहार प्रभारी भक्त चरण दास संभावित सूची लेकर दिल्ली रवान हो गए हैं. गुरुवार को वे पार्टी नेता राहुल गांधी और अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिल सकते हैं. उनकी सहमति के बाद नाम सार्वजनिक कर दिए जायेंगे. संभावित मंत्रियों में एक अल्पसंख्यक, एक सवर्ण, एक दलित और एक पिछड़ी जाति से मंत्री बनाये जायेंगे.
विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. इसमें से 11 अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़ी जाति के विधायक हैं. इधर, मंत्री बनने की चाहत में कांग्रेसी विधायकों की दिल्ली दौड़ शुरू हो गयी है. आलाकमान के समक्ष अरजी लेकर विधायक खुद पहुंच रहे या उनके पैरवीकार माहौल बनाने की कोशिश में हैं. 2015 में बनी महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस कोटे से चार मंत्री बनाये गये थे. उस समय पार्टी विधायकों की संख्या 27 थी. कांग्रेस कोटे से मंत्री बनने वालों में प्रदेश अध्यक्ष डा मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, दलित कोटे से राजेश कुमार और अल्पसंख्यक कोटे से अफाक आलम के नाम के कयास लगाये जा रहे हैं.
जानकार बताते हैं कि संगठन और प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर अंदरुनी गुटबाजी की शिकार कांग्रेस की राजद नेताओं से दूरियां बढ़ने लगी थी. लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की बनी सरकार ने एक बार फिर कांग्रेस को जीवंत कर दिया है. सत्ताधारी दल का तमगा मिलने के बाद पार्टी नेताओं की सक्रियता बढ़ी है. सूत्र बताते हैं कि मंत्रियों के नाम तय किये जाने में कांग्रेस की जड़ें जिन इलाकों में रही है, उन्हें तवज्जो दिया जायेगा. मिथिलांचल के इलाके से किसी एक विधायक का मंत्री बनाना तय माना जा रहा. वहीं सीमांचल में कांग्रेस की पैठ रही है, इस कारण वहां से भी कम से कम एक विधायक को मंत्री बने का मौका मिलेगा.