राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मेटेरियल हैं या नहीं, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन यह एक सच्चाई है कि वह देश के सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने यह बात राजभवन से नीतीश कुमार के समर्थन देकर लौटने के बाद एक सवाल के जवाब में कही. तेजस्वी ने कहा कि बिहार को भाजपा न विशेष पैकेज नहीं दिया. भाजपा का काम सिर्फ क्षेत्रीय दलों को तोड़ना रहा है. भाजपा लोकतंत्र को चुनौती दे रही है. नीतीश कुमार ने बिहार के हित में भाजपा का साथ छोड़ कर अच्छा निर्णय लिया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज संविधान को बचाना है. भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उसका एक ही काम है, जो बिकता है, उसको खरीदो. मुख्यमंत्री ने देश के हित में निर्णय लिया. हम मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं. झारखंड और महाराष्ट्र में भाजपा ने क्या कहा, यह सभी को पता है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी ,मैं उसे निभाऊंगा. हालांकि इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है.
सरकार बनाने का दावा पेश कर राजभवन से बाहर निकले नीतीश कुमार ने कहा कि वह बिहार की सेवा करते रहेंगे. सातों पार्टी मिल कर सरकार चलायेंगे और सेवा करते रहेंगे. भाजपा के साथ रिश्ते तोड़ने की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि समाज में विवाद पैदा करने की कोशिशें शुरू हो गयी थी, यह अच्छा नहीं लग रहा था. जदयू विधायकों की बैठक में यह राय उभर कर आयी कि एनडीए का साथ छोड़ दिया जाये. उनकी राय पर ही हमने पद छोड़ा है और इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि अब हमलोग एक साथ पांच पार्टी हो गये हैं.
राजभवन में सरकार का दावा पेश करने के बाद बाहर आये नीतीश कुमार के चेहरे पर चमक साफ दिख रहा थी. उन्होंने कहा कि जो पूर्व में हुआ, उसे भूल जाइए. उनके साथ ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा, भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम भी थे. इसके पहले एक, अणे मार्ग पर जदय सांसदों और विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी बात सामने रखी. करीब दो घंटे की बैठक में जदयू के सभी सांसद और विधायक व विधान पार्षद उपस्थित रहे.