Bihar Politics पूरा बिहार अब परिवर्तन चाहता है. नया बिहार चाहता है. आम लोग अब पलटने वाली नहीं, स्थाई सरकार चाहती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का महागठबंधन से पलटने का कोई रीजन नहीं था. रविवार को कर्पूरी चौक स्थित मेडिकल ग्राउंड में जन विश्वास यात्रा के तहत पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि 17 महीने में पांच लाख नौकरी दी. सत्ता में रहते तो 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था. अगर नीतीश कुमार नहीं पलटते तो वादा पूरा कर देता.
रैली में आने का दिया निमंत्रण
उन्होंने कहा कि भाजपा तलवार बांटती है. भाई-भाई को आपस में लड़ाती है. हिंदू-मुस्लिम और धर्म के नाम पर राजनीति करती है. हम तो कलम बांटते हैं और रोजगार बांटते हैं. इस बार के लोकसभा में आम आवाम उन्हें अंगूठा दिखाएंगे. कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में जानबूझकर हराया गया.उन्होंने कहा कि तीन मार्च को पटना में आयोजित जन विश्वास रैली के लिए निमंत्रण देने आए हैं.
रैली में आने का दिया निमंत्रण
आप आए और अपने साथ कम से कम चार लोगों को साथ भी लाएं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने मैदान में उपस्थित लोगों से हाथ उठाकर आने का वादा भी लिया. कहा कि रैली में अस्वस्थ होने के बावजूद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी मौजूद रहेंगे. तेजस्वी के वाहनयुक्त मंच पर राज्यसभा सांसद मनोज झा, विधायक ललित कुमार यादव, पूर्व विधायक भोला यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित कई दिग्गज उपस्थित थे. अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव ने की.
रैली में दिखे महागठबंधन के नेता
ग्राउंड में बने मंच पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष सीताराम चौधरी, डिप्टी मेयर नाजिया हसन, पूर्व जिप अध्यक्ष रेणु देवी, माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, सीपीएम नेता श्याम भारती, सीपीआइ नेता राजीव चौधरी, नारायणजी झा के अलावा दिनेश्वर राय, शिवनारायण पासवान, जफर इमाम, चंद्रावती देवी, रामचंद्र यादव,विनोद भगत, मोहन यादव आदि उपस्थित थे.
भीड़ के बेकाबू होने पर पुलिस को करना पड़ा हल्का बल प्रयोग
मेडिकल ग्राउंड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी को सुनने के लिए सुबह 11 से ही लोगों का आना शुरू हो गया था, लेकिन तेजस्वी का वाहन सड़क मार्ग से देर रात्रि 8.05 बजे ग्राउंड में पहुंचा. मंच पर इंतजार कर रहे मंचासीन उन्हें मंच पर आने का लगातार अनुरोध कर रहे थे, परंतु अपने वाहन से ही उन्होंने सभा को संबोधित किया. इस वजह से अफरा-तफरी भी मच गई. बैरिकेटिंग और कुर्सियां भी टूटती नजर आई. भीड़ बेकाबू होते देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. मंच पर मंचासीनों की भीड़ इतनी हो गई कि जिला राजद अध्यक्ष मंच टूटने की आशंका व्यक्त करते रहे.
इधर, निराश होकर दोपहर लगभग तीन बजे से ग्राउंड में खड़े लोग अपने घर को वापस निकलने लगे थे. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनको सुनने के लिए देर रात तक डटे रहे. वह अपना संक्षिप्त भाषण देकर मधुबनी की ओर निकल गए.
जन विश्वास यात्रा को भाजपा ने कहा फ्लॉप
दरभंगा. भाजपा जिला प्रवक्ता अशोक नायक ने तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा को फ्लॉप करार दिया. विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जन विश्वास यात्रा नहीं लूट भ्रष्टाचार यात्रा नाम रखना चाहिए. दरभंगा की जनता को तेजस्वी यादव को अपने परिवार द्वारा किए गए लूट और भ्रष्टाचार के बारे में भी बताना चाहिए. लालू और राबड़ी राज की कहानी भी सुनानी चाहिए थी. लालू राबड़ी ने गरीबों , पिछड़ों,दलितों और अल्पसंख्यकों को गुमराह कर सत्ता पाई थी और उसका दुरुपयोग केवल अपने संपत्ति बनाने में किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में युवाओं को नौकरी देने का काम हुआ तो कोई और कैसे इसका श्रेय ले सकता है. आज केन्द्र की मोदी सरकार और बिहार की एनडीए की सरकार मिलकर बिहार का समुचित विकास कर रही है.