मकर संक्रांति पर किस करवट पलटेगी बिहार की राजनीति, राजद ने किया 40 क्विंटल दही और 50 क्विंटल चूड़ा का इंतजाम
मकर संक्रांति पर बिहार की राजनीति में हर साल कुछ न कुछ उलट फेर होता ही है. राज्य में लालू यादव का दही-चूड़ा राजनीति और आयोजन के लिहाज से सबसे ज्यादा फेमस है. हालांकि, इस बार लालू यादव मौजूद नहीं हैं. करीब चार साल बाद 10 सर्कुलर रोड पर मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी को दही-चूड़ा भोज किया जायेगा.
मकर संक्रांति पर बिहार की राजनीति में हर साल कुछ न कुछ उलट फेर होता ही है. राज्य में लालू यादव का दही-चूड़ा राजनीति और आयोजन के लिहाज से सबसे ज्यादा फेमस है. हालांकि, इस बार लालू यादव मौजूद नहीं हैं. फिर भी, करीब चार साल बाद 10 सर्कुलर रोड पर मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी को दही-चूड़ा भोज किया जायेगा. इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. सभी दलों के सियासी और असरदार लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे गये हैं. जिन लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे गये हैं, उनमें सभी विधायक, विधान पार्षद और सांसद शामिल हैं.
सूत्र बताते हैं कि इस दही-चूड़ा के भोज में सीएम भी भाग लेंगे.राजद सूत्रों के मुताबिक दही-चूड़ा भोज में शामिल होने के लिए अधिकतर को कार्ड भेजे गये हैं. फोन पर सूचना दी जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस त्योहार पर दही-चूड़ा का भोज दिया जाना है. इसमें 40 क्विंटल दही और 50 क्विंटल चूड़ा का जुटान हो रहा है. खाने-पीने की यह सामग्री जुटायी नहीं जा रही है. दरअसल राजद का कोर वोटर दही वाले ही हैं. इसलिए यह दही बिना पैसे के 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचायी जा रही है. दही और चूड़ा की इतनी सामग्री तो अभी काउंट में है. गुड़-चीनी अलग से होगी.
राजद सूत्रों को मुताबिक आयोजन में कम से कम आठ से दस हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है. हालांकि, तैयारियां पूरे पंद्रह हजार से अधिक लोगों के लिए की जा रही हैं. राजद सूत्र बताते हैं कि मकर संक्रांति पर सभी अतिथियों का स्वागत तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव करेंगे. परिवार के शेष सदस्य अभी पटना से बाहर हैं. आयोजकों की मंशा है कि प्रदेश के सभी बड़े दलों के प्रदेश अध्यक्ष और दूसरे नेता जरूर उपस्थित रहें.