Bihar में पॉलिटेक्निक कॉलेजों में नामांकन का आखिरी मौका, 20 प्रतिशत सीटें खाली, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
Bihar संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (BCECEB) ने पॉलिटेक्निक के खाली पड़ी सीटों पर मॉपअप राउंड के तहत एडमिशन लेगा. बोर्ड ने बुधवार को मॉपअप राउंड के लिए एडमिशन तिथि जारी कर दिया है. मॉपअप राउंड के लिए विलिंगनेश 21 से 31 अक्तूबर तक स्टूडेट्स भर सकते हैं.
Bihar संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (BCECEB) ने पॉलिटेक्निक के खाली पड़ी सीटों पर मॉपअप राउंड के तहत एडमिशन लेगा. बोर्ड ने बुधवार को मॉपअप राउंड के लिए एडमिशन तिथि जारी कर दिया है. मॉपअप राउंड के लिए विलिंगनेश 21 से 31 अक्तूबर तक स्टूडेट्स भर सकते हैं. काउंसेलिंग के लिए विस्तृत शेड्यूल तीन नवंबर को जारी कर दिया जायेगा. काउंसेलिंग प्रक्रिया पांच नवंबर से शुरू हो जायेगी. मॉपअप के लिए काउंसेलिंग प्रक्रिया ऑफलाइन बीसीइबीइबी कार्यालय में आयोजित की जायेगी. बीसीइसीइबी ने कहा है कि मेरिट के अनुसार स्टूडेंट्स विलिंगनेश दे सकते हैं. मेधा सूची अपना रौल नंबर व जन्मतिथि डाल कर देख सकते हैं. वैसे अभ्यर्थी जो, प्रथम व द्वितीय काउंसेलिंग में शामिल होकर किसी संस्थान में नामांकित हैं, और संस्थान, ब्रांच में परिवर्तन चाहते हैं वे भी 21 से 31 अक्तूबर तक विलिंगनेश दे सकते हैं.
अभी 20 प्रतिशत सीटें है खाली
डिप्लोमा-सर्टिफिकेट प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (डीसीइसीइ) 2022 के आधार पर एडमिशन सरकारी व निजी पॉलिटेक्निक कॉलेजों के रिक्त सीटों पर एडमिशन होगा. राज्य में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 10536 सीटें, सरकारी महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में 480 सीटें, पार्ट टाइम के तहत 120 सीटों पर एडमिशन होना है. वहीं, प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 2620 सीटें हैं. दो राउंड के बाद अभी भी इन संस्थानों में 20 प्रतिशत सीटें रिक्त रह गयी है. तीसरे राउंड में रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों का एडमिशन प्रोसेस नवंबर तक में खत्म कर लिया जाएगा.
काउंसेलिंग के साथ दो सेट में रखना होगा कागजात
स्टूडेंट्स को मॉपअप एडमिशन के लिए मैट्रिक समकक्ष परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र, मूल अंक पत्र, औपबंधिक प्रमाण पत्र, डीसीइसीइ 2022 का प्रवेश पत्र तथा उसमें लगाये गये फोटोग्राफ की छह अतिरिक्त प्रतियां, जाति प्रमाण पत्र, आवासीय, चरित्र, इडब्ल्यूसी, या आरक्षण प्राप्त करने संबंधित सभी कागजात की दो प्रतियां रखना होगा. इसके साथ ही, ऑरिजलन कागजों को भी तैयार रखने की जरूरत है. जरूरत पड़ने पर इन्हें भी वेरिफाइ किया जाएगा.