बिहार प्राथमिक शिक्षक नियोजन : क्यूआर कोड के जरिये सीटेट और बीटेट प्रमाणपत्रों का होगा सत्यापन
छठे चरण के प्राथमिक शिक्षक नियोजन में काउंसेलिंग के बाद शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन ऑनलाइन कराया जायेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने विशेष रणनीति बनायी है. रणनीति के तहत सीटेट और बीटेट प्रमाणपत्र का दस्तावेज क्यूआर कोड (क्विक रिस्पोंस कोड) के जरिये होगा.
पटना . छठे चरण के प्राथमिक शिक्षक नियोजन में काउंसेलिंग के बाद शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन ऑनलाइन कराया जायेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने विशेष रणनीति बनायी है. रणनीति के तहत सीटेट और बीटेट प्रमाणपत्र का दस्तावेज क्यूआर कोड (क्विक रिस्पोंस कोड) के जरिये होगा.
क्यू आर कोड एक विशेष प्रकार का ऑप्टिकल बार कोड होता हैं. इस संबंध में एक्सपर्ट की टीम जल्दी ही काम करना शुरू कर देगी. जानकारों के मुताबिक बिहार और दूसरे बोर्ड से जुड़े शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच भी ऑनलाइन करायी जायेगी. इसके लिए संबंधित संस्थाओं को शिक्षा विभाग लिंग उपलब्ध करा देगा.
इस तरह अभ्यर्थियों के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन किसी भी स्थिति में मैन्युअल नहीं होगा. दस्तावेजों के सत्यापन में पूरी तरह पारदर्शिता रहेगी. 90,700 से अधिक अभ्यर्थियों के औसतन चार दस्तावेजों का सत्यापन कराया जाना है.
इस तरह साढ़े तीन लाख से अधिक दस्तावेजों का सत्यापन किया जाना है. यह समूची कवायद सिर्फ एक माह के अंदर करनी है. अभ्यर्थियों के शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन पहली बार विभाग करायेगा. साथ ही ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया पहली दफा होगी.
इससे पहले दस्तावेजों का सत्यापन नियोजन इकाइयों के जरिये हुआ करता था, जिसकी प्रक्रिया काफी जटिल और थकाऊ थी. इस प्रक्रिया में पारदर्शिता का भी अभाव था.
गौरतलब है कि पिछले नियोजनों में फर्जी दस्तावेजों की बात सामने आयी थी, जिनकी जांच अब तक जारी है. पूरी नहीं हो सकी है. इसलिए विभाग ने दस्तावेजों के ऑनलाइन सत्यापन की रणनीति बनायी है. दस्तावेजों को रखने की जिम्मेदारी भी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दी गयी है.
Posted by Ashish Jha