बिहार में फरवरी से होगा 910 मेगावाट बिजली का उत्पादन, जानिये किन परियोजनाओं का पूरा हुआ काम
कोविड-19 के कारण परियोजना की दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का कार्य प्रभावित हुआ. इस कारण बिजली उत्पादन में करीब एक साल की देरी हुई है.
पटना. पिछले दो दशकों के प्रयास के बाद बिजली उत्पादन के क्षेत्र में बिहार अब आगे बढ़ निकला है. राज्य में अगले महीने से 910 मेगावाट बिजली का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होगा.
इनमें से एनटीपीसी के नवीनगर स्टेज-1 की दूसरी यूनिट से 660 मेगावाट और बरौनी में यूनिट-9 से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन शामिल है.
इन यूनिटों से बिहार को रियायती दर पर बिजली मिलेगी. इसके अलावा मार्च, 2021 में सुपौल में सौर ऊर्जा से 500 किलोवाट उत्पादन शुरू होगा.
इन सभी यूनिटों में तैयारियां लगभग पूरी हो गयी हैं. सूत्रों का कहना है कि नवीनगर में एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली नवीनगर पावर जेनरेटिग कंपनी लिमिटेड (एनपीजीसीएल) बिजली परियोजना है.
दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन होने के छह महीने बाद यानी सितंबर, 2021 तक तीसरी यूनिट से भी बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
ऐसे में करीब 2970 एकड़ में लग रही बिजली परियोजना के पहले चरण की तीनों यूनिट से सितंबर, 2021 तक 1980 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू हो जायेगा.
एक साल की देरी हुई
नवीनगर परियोजना से बनने वाली 85 फीसदी बिजली रियायती दर पर बिहार को मिलेगी. साथ ही 15 फीसदी यूपी व सिक्किम सहित अन्य राज्यों को मिलेगी.
कोविड-19 के कारण परियोजना की दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का कार्य प्रभावित हुआ. इस कारण बिजली उत्पादन में करीब एक साल की देरी हुई है.
बरौनी में 250 मेगावाट का उत्पादन होगा शुरू
इसके साथ ही बेगूसराय के बरौनी बिजलीघर की नयी यूनिट-9 से 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
इस बिजलीघर से उत्पादन होने वाली पूरी बिजली बिहार को मिलेगी. बरौनी बिहार का पुराना बिजलीघर है.
पहले यहां 100 मेगावाट बिजली उत्पादित होती थी. 2005 में यह यूनिट पूरी तरह बंद हो गयी. तब सरकार ने पुरानी यूनिट का क्षमता विस्तार करने का निर्णय लिया.
साथ ही बरौनी बिजलीघर को बिहार सरकार ने एनटीपीसी को दे दिया. दिसंबर 2018 से इसके संचालन की जिम्मेदारी एनटीपीसी की है.
Posted by Ashish Jha