बिहार के उत्पाद को अब मिलेगा फाइटोसेनेटरी सर्टिफिकेट, मुजफ्फरपुर की लीची का निर्यात हुआ आसान

बिहार के कृषि उत्पाद अब पूरी दुनिया तक आसानी से पहुंच सकेंगे. सबसे पहले मुजफ्फरपुर की लीची का निर्यात दुबई व लंदन में किया जायेगा. लीची की पहली खेप 26 मई को दुबई भेजे जाने की तैयारी है. लीची का निर्यात लंदन में भी किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | May 25, 2021 8:03 AM

पटना. बिहार के कृषि उत्पाद अब पूरी दुनिया तक आसानी से पहुंच सकेंगे. सबसे पहले मुजफ्फरपुर की लीची का निर्यात दुबई व लंदन में किया जायेगा. लीची की पहली खेप 26 मई को दुबई भेजे जाने की तैयारी है. लीची का निर्यात लंदन में भी किया जायेगा. निर्यात के लिए जरूरी फाइटोसेनेटरी सर्टिफिकेट की सुविधा राज्य में ही मिलने से यह संभव हो सकेगा.

पहला फाइटोसेनेटरी सर्टिफिकेट मुजफ्फरपुर की शाही लीची को दिया गया है. सर्टिफिकेट के लिए दूसरे राज्य की निर्भरता खत्म होने के कारण बिहार में कृषि निर्यात के नये अवसर उत्पन्न होंगे. निर्यातकों का पैसा और समय की भी बचत होगी. राज्य के उत्पादों को भी अपनी पहचान मिलेगी.

राज्य के दो कृषि अधिकारी नियुक्त

राज्य के दो कृषि अधिकारी भी इसके लिए नियुक्त किये गये हैं. फल, सब्जी आदि कृषि उत्पाद को विदेश में बेचने के लिए उसकी गुणवत्ता का प्रमाणित करने वाला प्रमाणपत्र लेना होता है.

फाइटोसेनिटरी सर्टिफिकेट से तय होता है कि कृषि उत्पाद जिस देश में निर्यात किया जा रहा है वहां के लोगों की सेहत के लिए ठीक है. कोई हानिकारक कीट- वैक्टेरिया आदि नहीं है. कृषि विभाग के पास अभी तक यह अधिकार नहीं था. इस कारण बिहार के कृषि उत्पादों को बंगाल या महाराष्ट्र के उत्पाद के रूप में निर्यात किया जा रहा था.

इसका कारण था कि निर्यातक फाइटोसेनिटरी सर्टिफिकेट मुंबई या कोलकाता से लेते थे. इसके लिए जांच के लिए उत्पाद को मुंबई या कोलकाता ले जाना पड़ता था. इसके बाद प्रमाणपत्र जारी होता था. आयात करने वाले देश ऑर्डर भी उसी राज्य को करते थे. अब बिहार सरकार ही प्रमाणित करेगी ऐसे में बिहार के कृषि उत्पाद एक ब्रांड के रूप में जाने जायेंगे.

लंबे प्रयास के बाद मिली सफलता

बिहार के कृषि उत्पाद के निर्यातकों को फाइटोसेनेटरी सर्टिफिकेट बिहार में ही उपलब्ध कराने को राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही थी. 2020 से ही कृषि सचिव द्वारा केंद्र सरकार को पत्र भेजा जा रहा था. इस पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो सचिव ने पूर्व में लिखे गये पत्रों का हवाला देते हुए केंद्र को बताया कि बिहार के किसानों को क्या समस्या आ रही है.

इसके बाद केंद्र सरकार ने 19 मार्च को सर्टिफिकेट जारी करने का अधिकार बिहार को दे दिया. बिहार की लॉगिन आइडी से पहला फाइटोसेनेटरी सर्टिफिकेट मुजफ्फरपुर की लीची को दुबई में निर्यात करने के लिए जारी किया गया है.

कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कृषि विभाग व एपीडा के संयुक्त प्रयास से बिहार के मुजफ्फरपुर की शाही लीची को पूरी दुनिया जानेगी. सबसे पहले लीची का निर्यात दुबई व लंदन किया जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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